उत्तर नारी डेस्क
कैम्पटी : ग्रामीण कहावत है कि गरीब की गाय बकरी होती है। अब बकरी में महामारी फैल रही है। महामारी की जद में आकर अब तक एक दर्जन से अधिक बकरियों की मौत हो चुकी है। जिसको लेकर बकरी पालक की नींद उड़ी है।
आपको बता दें, कि टिहरी जनपद के विकासखण्ड जौनपुर के अंतर्गत ग्राम नेग्याणा में विरेन्द्र सिंह नेगी की बकरियों में बीमारी लगने के कारण 20 से अधिक बड़ी व छोटी बकरियों की मृत्यु हो गई है, जिससे कास्तकार काफी परेशान है। पशुपालक विरेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि बकरियों में अचानक बीमारी आने के कारण 20 से अधिक छोटी और बड़ी बकरियों की मृत्यु हो गई है। उन्होंने बताया कि नजदीकी के पशु चिकित्साल्य में भी अवगत करवाया लेकिन वहाँ से भी कोई बेहतर इलाज नहीं मिला। क्योंकि पहाड़ों में ग्रामीणों को बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है तो मवेशियों की तो बहुत दूर की बात है। उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग बिल्कुल भी ग्रामीण क्षेत्रों में ध्यान नहीं देता है। क्योंकि कई बार अवगत कराने के बाद भी विभाग की जांच टीम संज्ञान नहीं ले रही है। जबकि गाँवों में लोगों की आजीविका का मुख्य साधन बकरी पालन, पशुपालन, व कृषि ही है।