उत्तर नारी डेस्क
कोटद्वार : 25 जनवरी को राजकीय इण्टर कण्वघाटी में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत राष्ट्रीय मतदाता दिवस बड़े हर्षोउल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम अधिकारी रमाकान्त कुकरेती ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर सभी स्वयंसेवियों एवं शिक्षकों को मतदाता की जानकारी देते हुए कहा कि विश्व में भारत जैसे सबसे बड़े लोकतंत्र में मतदान को लेकर कम होते रुझान को देखते हुए राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाने लगा था। इसके मनाए जाने के पीछे निर्वाचन आयोग का उद्देश्य था कि देशभर के सभी मतदान केन्द्र वाले क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष उन सभी पात्र मतदाताओं की पहचान की जायेगी जिनकी उम्र 1 जनवरी को 18 वर्ष हो चुकी होगी। इस सिलसिले में 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में अंकित किए जायेंगे। पहचान पत्र बांटने का कार्य सामाजिक, क्षैक्षणिक व गैर-राजनीतिक व्यक्ति करेंगे। साथ ही स्वयंसेविओं ने यह नारा भी लगाया "मतदाता बनने पर गर्व है, मतदान को तैयार है"।
विद्यालय के प्रधानाचार्य सिद्धार्थ रावत का कहना है कि भारतीय निर्वाचन आयोग पूरे देश में इस बार 11वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मना रहा है। वर्ष 1950 से स्थापित चुनाव आयोग के 61वें स्थापना वर्ष पर 25 जनवरी 2011 को तत्कालिन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' का शुभारम्भ किया था। अन्त में कार्यक्रम अधिकारी रमाकान्त कुकरेती द्वारा समस्त शिक्षकों, कर्मचारियों एवं स्वयसेवियों को मतदाताओं द्वारा ली जाने वाली शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर प्रधानाचार्या रावत, मंजू नेगी, सुनीता बलूनी, गौरव घिल्डियाल, रघुवीर गुंसाई, दिवाकर परिन्दियाल, कुलदीप नेगी, राकेश केष्टवाल, राकेश मोहन ध्यानी आदि शिक्षक एवं स्वयंसेवी उपस्थित थे।