उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा सत्र 2021-22 में अवकाश का वार्षिक कैलेंडर जारी कर दिया गया है। जिसके तहत राज्य के सरकारी स्कूलों में 48 दिन ग्रीष्मकालीन एवं शीतकालीन अवकाश रहेंगे। वहीं पर्वतीय क्षेत्र के स्कूलों में 244 दिन और मैदानी क्षेत्र के स्कूलों में 240 दिन पढ़ाई होगी। पिछले साल कोरोना की वजह से शिक्षा सत्र पूर्ण रूप से नहीं हों पाया था और सभी बच्चों को ऑनलइन माध्यम से पढ़ाया जा रहा था, परन्तु अब उत्तराखण्ड शिक्षा विभाग की और से वार्षिक कैलेंडर जारी कर नए सत्र की तैयारियां हों चुकी है जिसकी जानकारी माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने दी है। जारी कैलेंडर के मुताबिक ग्रीष्मकालीन स्कूलों में इस बार 27 मई से 30 जून तक 35 दिन ग्रीष्मकालीन अवकाश और एक से 13 जनवरी तक 13 दिन का शीतकालीन अवकाश मिलेगा। तो वहीं शीतकालीन स्कूलों में 20 से 30 जून तक 11 दिन ग्रीष्मकालीन अवकाश और 26 दिसंबर से 31 जनवरी तक 37 दिन का शीतकालीन अवकाश मिलेगा। साथ ही शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन स्कूलों को ऊचाई अनुसार श्रेणी में भी रखा गया है।
बताते चलें की प्रदेश में पांच हजार फीट या उससे कम ऊंचाई पर स्थित विद्यालयों को ग्रीष्मकालीन विद्यालयों की श्रेणी में रखा गया है, जबकि पांच हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित विद्यालयों को शीतकालीन की श्रेणी दी गई है। सत्र के दौरान शीतकालीन विद्यालयों में 244 दिन ही पढ़ाई होगी। ये विद्यालय रविवार, सार्वजनिक अवकाश और शीतकालीन व ग्रीष्मकालीन अवकाश के रूप में 73 दिन बंद रहेंगे। वहीं, ग्रीष्मकालीन विद्यालय 240 दिन खुलेंगे।
बता दें, की इस साल से हरेला त्यौहार का भी स्कूलों में अवकाश दिया जाएगा। प्रदेश सरकार ने पहली बार 16 जुलाई को आयोजित किए जाने वाले हरेला पर्व पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इस पर्व पर प्रदेशभर में अभियान के तहत पौधरोपण किया जाता है। जो की कुमाऊं और गढ़वाल का लोकप्रिय त्यौहार है।
यह होंगे सार्वजनिक अवकाश
मकर संक्राति, गुरु गोविंद सिंह जयंती, गणतंत्र दिवस, वसंत पंचमी, रविदास जयंती, महाशिवरात्रि, होली, शब ए बारात, गुड फ्राईडे, वैशाखी, अंबेडकर जयंती, रामनवमी, महावीर जयंती, जमात उल विदा, ईद उल फितर, बुद्द पूर्णिमा, हरेला, ईद उल जुहा, स्वतंत्रता दिवस, मोहर्रम, रक्षाबंधन, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, विश्वकर्मा पूजा, अनंत चतुर्दशी, चेहल्लुम, गांधी जयंती, महानवमी, विजयदशमी, ईद उल मिलाद, वाल्मीकि जयंती, दीपावली, गुरुनानक जयंती, गुरु तेगबहादुर का शहीद दिवस, क्रिसमस।