उत्तर नारी डेस्क

वहीं भगत के इस बयान के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रियाएं आने लग गईं। अभी-अभी स्वस्थ होकर लौटे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के संज्ञान में मामला आया तो उन्होंने ट्वीट के जरिये बयान से हुए नुकसान की भरपाई की कोशिश की। उन्होंने ट्वीट कर भगत के बयान पर दु:ख जताया और व्यक्तिगत रूप से क्षमा मांगी। उन्होंने ट्विट किया कि आदरणीय @IndiraHridayesh बहिन जी आज मैं अति दुखी हूँ। महिला हमारे लिए अति सम्मानित व पूज्या हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से आपसे व उन सभी से क्षमा चाहता हँ जो मेरी तरह दुखी हैं। मैं कल आपसे व्यक्तिगत बात करूँगा व पुनः क्षमा याचना करूँगा।
नेता प्रतिपक्ष का बयान
प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश ने कहा कि जो पार्टी बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ और महिला सम्मान की बात करती है उनका चरित्र आज सबके सामने आ गया है। सोशल मीडिया के जरिए उनको भी जानकारी मिली जब उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत यह बयान देखा तो उन्हें बहुत दुख और कष्ट हुआ है। किसी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष पूरी पार्टी का प्रतीक होता है और प्रतिनिधित्व करता है। एक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महिलाओं और प्रदेश की मातृशक्ति के बारे में इस तरह की अमर्यादित टिप्पणी कर रहे हैं जो कि बिल्कुल भी जायज नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष अगर इस तरह की भाषा का प्रयोग करे तो यह उत्तराखण्ड नहीं पूरे देश में माताओं और बहनों का अपमान है। भारतीय संस्कृति का दावा करने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने जिस तरह से नारी शक्ति का अपमान किया है उसे देश, पहाड़ और उत्तराखण्ड की नारी बर्दाश्त नहीं करेगी।
प्रदेश की सरकार, प्रधानमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को संज्ञान लेना चाहिए और भगत से स्पष्टीकरण मांगना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश ने कहा की चाल चरित्र और चेहरे की बात करने वाली भाजपा का असली सच यही है कि वह महिलाओं का कितना सम्मान करती है जब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की यह सोच है तो पार्टी की नियत का आप अंदाजा लगा सकते हैं लिहाजा उनको तत्काल माफी मांगनी चाहिए।