उत्तर नारी डेस्क
टिहरी के डोबरा-चांठी पुल के बनने का इंतजार और पुल को आकार लेने में लगे पूरे 15 साल टिहरीवासियों के लिए उम्मीदों के पुल तैयार होने जैसा है। जिसके लिए काफी लम्बे इंतजार के बाद बीते नवंबर में राज्य स्थापना दिवस के मौके पर त्रिवेंद्र सरकार ने पुल को जनता को समर्पित कर उनकी उम्मीदों को पूरा किया तो वहीं उद्घाटन के कुछ ही दिन बाद डोबरा-चांठी पुल की ऐसी तस्वीर सामने आना टिहरीवासियो के लिए दुख से कम नहीं जिसे देख टिहरी की जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है। जी हाँ डोबरा-चांठी पुल की तीन करोड़ रुपये की लागत से बनी एप्रोच रोड तीन महीने में ही धंसने लगी है। टिहरी के डोबरा-चांठी पुल के निर्माण में अनियमितता के आरोप लग रहे हैं।
बताते चलें की पुल को जनता के लिए खुले अभी कुछ महीने पूरे ही हुए थे की महज कुछ ही दिन में पुल की साइट से लगी सड़क में दरार पड़ने लगे, जिसे देख टिहरीवासी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। वहीं सड़क का निर्माण कराने वाली हिल व्यू कंपनी पर अनियमितता के आरोप लग रहे हैं। पुल के निर्माण में सालों का वक्त और करोड़ों रुपये खर्च हो चुके हैं और अब सड़क के ऐसे धसने से निर्माण कार्य पर और उसकी गुणवता में भी सवाल उठने लगे हैं। घटिया गुणवत्ता के कारण कंक्रीट भी उखड़ने लगा है
वहीं जब इस बारे में लोनिवि अधिकारियों से पूछा गया तो उन का कहना है कि सड़क के निर्माण के साथ इसकी देखरेख का जिम्मा भी हिल व्यू कंपनी को दिया गया है। जहां पर रोड धंसी है, वहां पर मिट्टी का भरान किया गया था। पानी आने से मिट्टी धंसने के कारण रोड धंसी है फिलहाल हिल व्यू कंपनी को सड़क को ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं।