उत्तर नारी डेस्क
त्रिवेंद्र सरकार के सत्ता में आते ही कई कार्य प्रगति से हुए, तो वहीं डोबराचांटी पुल के बाद राज्य सरकार ने एक और ऐसे प्रोजेक्ट का काम पूरा कर लिया है जो बीते ढाई दशकों (26 वर्ष)से अटका हुआ था। जी हाँ बदरीनाथधाम की यात्रा में नासूर बने लामबगड़ स्लाइड जोन का स्थायी ट्रीटमेंट कर लिया गया है। यह प्रोजेक्ट महज दो वर्ष में ही पूरा हो गया। तकरीबन 500 मीटर लम्बे स्लाइड जोन का ट्रीटमेंट 107 करोड़ की लागत से किया गया है।
बताते चलें कि सीमांत जनपद चमोली में 26 साल पहले ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर पाण्डुकेश्वर के पास लामबगड़ में पहाड़ के दरकने से स्लाड जोन बन गया। जहां बरसात में हल्की सी बारिश होने से ही पहाड़ से भारी मलवा सड़क पर आ जाने से हर साल बदरीनाथधाम की यात्रा अक्सर बाधित होने लगी। करोड़ों खर्च होने पर भी इस समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा था। कभी तमाम अड़चने आती रही परन्तु वर्ष 2017 में त्रिवेन्द्र सरकार के सत्ता में आते ही ये तमाम अड़चनें मिशन मोड में दूर की गईं और दिसम्बर 2018 में प्रोजेक्ट का काम युद्धस्तर पर शुरू हुआ। महज दो वर्ष में अब यह ट्रीटमेंट पूरा हो चुका है और अगले 10 दिन के भीतर इसे जनता के लिए समर्पित कर दिया जाएगा। अब बदरीनाथधाम की यात्रा निर्बाध हो सकेगी, जिससे तीर्थयात्रियों और श्रद्धांलुओं को परेशानियों से निजात मिलेगी। साथ ही यह त्रिवेंद्र सरकार की बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जा रहा है।