उत्तर नारी डेस्क
भारतीय सेना में भर्ती होने का सपना हर युवा देखता है। कुछ युवा इसके लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं और अपने सपने को पूरा करते हैं, लेकिन कुछ ऐसे युवा भी होते हैं जो इस सपने को पूरा करने में असफल रहते हैं। ये लोग जब सेना का हिस्सा नहीं बन पाते तो सेना के नाम का गलत इस्तेमाल कर सेना का नाम बदनाम करते हैं। जी हाँ राजधानी देहरादून में भी ऐसा ही हो रहा था। यहां सेना पुलिस और इंटेलीजेंस ने सेना की वर्दी में मिलिट्री अस्पताल में घुसने की कोशिश कर रहे युवक और युवती को पकड़ा है। सेना पुलिस और इंटेलीजेंस ने दोनों से काफी देर तक पूछताछ की, बाद में उन्हें कैंट कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। पूछताछ में पकड़ी गई युवती ने बताया कि युवक ने खुद को सेना में अधिकारी बताकर युवती को भी सेना में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था।
बता दें कि गुरुवार कि शाम किसी से मुलाकात कराने के बहाने फर्जी अफसर युवती को सैन्य क्षेत्र में लेकर आया। जहाँ युवक के हावभाव देख सेना पुलिस को उस पर शक हुआ। तब सेना पुलिस ने युवक को रोककर सख्ती से पूछताछ करी तब पता चला कि युवक सेना में अफसर नहीं है, बल्कि दून की एक यूनिवर्सिटी से बी. फार्मा की पढ़ाई कर रहा है।
बता दें कि आरोपी युवक की पहचान झारखंड के रांची में रहने वाले कामख्या देव के रूप में हुई। युवक के साथ पकड़ी गई युवती भी उसी यूनिवर्सिटी में पढ़ाती है। युवती ने बताया कि युवक ने खुद को असम राइफल में असिस्टेंट कमांडेंट बताते हुए, उसे भी नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। पुलिस अब इस बात की जांच में जुटी हुई है कि आरोपी कहीं शिक्षिका को ठगी की नीयत से तो मिलिट्री अस्पताल नहीं ले जा रहा था। उसने सेना की वर्दी कहां से खरीदी इसकी भी जांच की जा रही है।