उत्तर नारी डेस्क
ऋषिगंगा आपदा में अभी तक 36 शव बरामद हो चुके हैं। तो वहीं 204 लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं। वहीं ऋषिगंगा के मुहाने पर झील बनने से एक बार फिर क्षेत्र में बाढ़ के हालात पैदा हो सकते हैं। शासन ने वाडिया, टीएचडीसी, एनटीपीसी और आईआईआरएस को जांच करने का आदेश दे दिया है।
हालंकि राहत बचाव का कार्य चौबीस घंटे जारी है प्राप्त जानकारी के अनुसार ऋषि गंगा में आई बाढ़ के बाद से तपोवन की सुरंग में मलबे के बीच 35 लोग और एनपीटीसी के तीन वाहन भी फंसे हुए हैं। बीआरओ की ओर से रैणी गांव में मलारी हाईवे पर वैली ब्रिज बनाने का काम भी जारी है।
आपको बताते चलें की ऋषिगंगा की आपदा में जनहानि के साथ ही पशु हानि भी भारी मात्रा में हुई है। जहां लोगों के कई पशु बह गए हैं तो वहीं जुवाग्वाड़ गांव के कई परिवारों की करीब 180 बकरियां और पेंग गांव के चार खच्चर भी लापता हैं।