उत्तर नारी डेस्क
पूर्व दर्जा राज्यमंत्री डॉ० गणेश उपाध्याय ने पंतनगर ठेकाकर्मियों को स्थानीय विधायक और कुलपति द्वारा गोलमोल आदेशों से बहलाने पर कड़ी आपत्ति जाहिर की है। उन्होने कहा कि कुलपति के आदेश में चुनिंदा कुछ विभागों के ठेका कर्मियों के लिए ही 26 दिन के वेतन भुगतान का गोलमोल आदेश किया गया है। जिसमें पन्तनगर विश्वविद्यालय के सभी विभागों के कुल लगभग 2700 ठेके कर्मियों के लिए 26 दिन के वेतन देने का कोई स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया है। ठेका कर्मियों को 15-20 दिनों का ही वेतन भुगतान किया जा रहा है तथा वह भी समय से नहीं मिल पा रहा है। ठेकाकर्मियों को समय से वेतन न दिया जाना और निर्धारित मजदूरी से कम वेतन देना दोनों अपराध की श्रेणी में आते हैं। प्रशासन में बैठे अधिकारी संवेदनहीन हो चुके हैं, जिन्हें इतना भी आभास नहीं है कि ठेकाकर्मी किस प्रकार इतने अल्पवेतन में अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा है। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष के विधायक सिर्फ गुमराह कर रहे हैं, जब राज्य सरकार ही विश्वविद्यालय को पैसा नहीं दे रही है तो विश्वविद्यालय प्रशासन ठेकाकर्मियों को कहां से पैसा देगा। उन्होंने कहा कि ठेकाकर्मियों के हितों के लिए आगे की धरना प्रदर्शन करने की रणनीति जल्द बनाई जायेगी।