उत्तर नारी डेस्क
ऋषिगंगा नदी का जल स्तर बढ़ने के उपरान्त, एक बार फिर से बचाव दल ने रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है। सरकारी लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार अब तक आपदा में 35 लोगों का शव बरामद किया गया और 204 लोगों की तलाश जारी है।
आपको बताते चलें की चमोली में राहत एवं बचाव कार्य के लिए चिनूक हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया जा रहा है। चिनूक हेलीकाप्टर की मदत से एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 14 यात्रियों और 1400 किलोग्राम भार का सामान भेजा गया है।
तो वहीं उत्तराखण्ड पुलिस की एसडीआरएफ टीम द्वारा लापता लोगों की तलाश हेतु श्रीनगर जलभराव क्षेत्र में सोनार सिस्टम से सर्चिंग भी की जा रही है।
दल के कर्मी लगातार पांचवे दिन भी बचाव व राहत कार्य में कोई कमी नहीं छाेड़ रहे है। लेकिन, टनल में अभी भी करीब 30-35 श्रमिकों के फंसा होने की सूचना है। तो वहीं देखा यह जा रहा है कि तपोवन जल विद्युत परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग में फंसे तीन इंजीनियरों समेत 35 कर्मचारियों तक पहुंचने में सुरंग के जरिए भारी मात्रा में आ रहा मलबा बचाव दल के समक्ष बड़ी बाधा बनकर सामने आ रहा है।