उत्तर नारी डेस्क
बताते चलें, कि हाल हीं में इस्तीफा देने के बाद भले ही त्रिवेंद्र सिंह रावत की भागदौड़ कम हुई है, लेकिन आवास पर मुलाकातों का सिलसिला थमा नहीं है। वह अभी भी अपने समर्थकों से घिरे नजर आ रहे हैं। इसके साथ हीं सुबह से ही बीजापुर स्थित मुख्यमंत्री आवास में उनके समर्थक जुटने शुरू हो गए थे। तो वहीं, उत्तरकाशी से आए व्यक्ति कहते हैं कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री से मुलाकात की और पिरूल नीति पर जो पहल पूर्व सीएम ने की थी उस को आगे बढ़ाने के लिए भविष्य में भी उनके प्रयासों के जारी रखने की उनसे अपील की है।
इस बीच पूर्व मंत्री धन सिंह रावत, विधायक राजेश शुक्ला, केदार रावत, गोपाल रावत, शक्तिलाल शाह और मुन्नी देवी भी उनसे मुलाकात करने पहुंचे। पूर्व मुख्यमंत्री ने इनसे काफी देर बातचीत की। उनके आवास पर काफी संख्या में पूर्व दायित्वधारी व समर्थक देर शाम तक मौजूद रहे। बता दें कि कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि हाईकमान की तरफ से उन्हें जल्द ही कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
- सुबह 5 बजे उठते हैं।
- सबसे पहले योगासन, वॉक के साथ बैडमिंटन खेलते हैं।
- ठीक 9:30 बजे नाश्ता करने के बाद दोपकर 2 बजे तक पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करते हैं।
- दोपहर के खाने के बाद थोड़ा आराम करते हैं। इसके बाद परिवार को समय देना और पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाते हैं।
- इस बीच किसी कार्यक्रम के आमंत्रण पर अपना समय निर्धारित करते हैं।
- शाम के समय भी वह कार्यकर्ताओं या परिवार के साथ ही रहते हैं।
- इसके बाद टीवी पर राज्य में तमाम राजनीतिक और दूसरे घटनाक्रम पर भी वह नजर रखते हैं।
- इस तरह रात करीब 11 बजे वह सोते हैं।