उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने के कुछ दिन बाद ही तीरथ सिंह रावत ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सड़क निर्माण में घटिया डामरीकरण के वीडियो का संज्ञान लिया था और फिर लोक निर्माण विभाग के जेई और एई को निलंबित कर दिया था। वहीं, इस मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। जी हाँ, लैंसडाउन के विधायक दिलीप सिंह रावत ने निलंबित किए गए जेई और एई का समर्थन किया है।
आपको बता दें, कि विधायक दिलीप सिंह रावत ने कहा कि यह मामला उनकी ही विधानसभा का है और जहां सड़क का डामरीकरण का कार्य चल रहा है, जिसमें जेई और एई बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी सड़क का डामरीकरण किया जा रहा है। वहीं उनका कहा कि जिस इलाके में सड़क का निर्माण का कार्य चल रहा है, वहां बिल्कुल भी धूप नहीं है। जिसके चलते सड़क के डामरीकरण को पक्का होने में समय लगता है। लेकिन, जिस व्यक्ति ने यह वीडियो वायरल किया है, उसके द्वारा गलत वीडियो वायरल किया गया है। क्योंकि आगे-आगे सड़क का डामरीकरण हो रहा था और पीछे से यह वीडियो वायरल किया गया।
बता दें, कि विधायक दिलीप सिंह रावत ने मुख्यमंत्री से इस मामले में बात कर कहा है कि एक हफ्ते के भीतर इसकी जांच होनी चाहिए और यदि एई और जेई अगर दोषी नहीं पाए जाते हैं, तो सस्पेंड के आर्डर को निरस्त कर उनको तत्काल बहाल किया जाना चाहिए। साथ ही जिस व्यक्ति के द्वारा यह गलत वीडियो वायरल किया गया है, उसके खिलाफ़ कार्यवाही अवश्य की जाये।