उत्तर नारी डेस्क
ऊधम सिंह नगर के जिला मुख्यालय के महानगर रुद्रपुर में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की महापंचायत में हजारों की संख्या में किसानों ने एकत्रित होकर केन्द्र सरकार के खिलाफ जोरदार हमला बोला। उत्तराखण्ड के साथ उत्तर प्रदेश के किसान भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिये कार्यक्रम स्थल पहुचें, करीब डेढ़ बजे भाकियू नेता राकेश टिकैत भी महापंचायत में पहुंचे और किसानों को संबोधित किया। इस दौरान किसान उत्तराखण्ड के पारम्परिक नृत्य के साथ पंजाबी ढ़ोल-नगाड़ो का समावेश देखने को मिला। पंजाबी और यूपी के गायकों ने अपने गीत के माध्यम से किसानों की महापंचायत को सर्मथन दिया। कार्यक्रम स्थल पर मौजूद किसानों की भीड़ ने महापंचायत की सफलता के संकेत दिये।
किसान महापंचायत में पहाड़ी संस्कृति की झलक दिखाई दी। यहां उत्तराखण्ड के पारंपरिक छोलिया नृत्य के साथ किसान पहुंचे। वहीं श्रमिक संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर श्रमिक ढोल-नगाड़े लेकर तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ मोदी मैदान में किसानों का समर्थन देने पहुंचे। महापंचायत कार्यक्रम स्थल पर काफी संख्या में किसानों ने शिरकत किया, वही महापंचायत में काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल रही। सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुलिस एवं पीएससी बल तैनात किया गया। इस महापंचायत में रामपुर, बरेली, मुरादाबाद, बाजपुर, सितारगंज, हल्द्वानी, काशीपुर, गदरपुर, खटीमा, रुद्रपुर सहित अन्य स्थानों से किसान भी पहुंचे। किसानों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए महापंचायत के माध्यम से एक बार फिर ऊधम सिंह नगर जिला मुख्यालय पर नए कृषि कानूनों को जल्द वापस लेने की जोरदार मांग की।
महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी, डॉ. दर्शन पाल सिंह, आशीष मित्तल के साथ ही पंजाबी गायक सोनिया मान, रूपिंदर हांडा और हैरी धनोवा शामिल हुए हैं। किसान महापंचायत किच्छा रोड स्थित मैदान में सम्पन्न हुई। जाम से बचने के लिये पुलिस विभाग ने किच्छा बाईपास मार्ग को डायवर्ट किया। किच्छा से आने वाले वाहन इंदिरा चैक की ओर से जाने के निर्देश दिये गये, वहीं, डीडी चौक से आने वाले वाहन इंदिरा चौक पर जाकर हाईवे से होकर जाने के आदेश दिये गये।
वहीं महापंचायत में लगातार नये कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आन्दोलन का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने किसानों से जनप्रतिनिधियों के प्रति बढ़ते गुस्से पर संयम बरतने की अपील करते हुए भाईचारा बनाए रखने की अपील की है। इस दौरान टिकैत ने कहा कि यदि कोई जनप्रतिनिधि गांव में जाता है तो उससे अपने सवाल मर्यादा के दायरे में करें। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को बात कहने का अधिकार है। राकेश टिकैत ने जनप्रतिनिधियों को भी जनभावना का ध्यान रखने की बात कही है। किसान आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए भाकियू पदाधिकारियों के बीच रणनीति बन रही है। गर्मी में किसानों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए राकेश टिकैत ने कहा था कि पहले दिल्ली में सरकार से बिजली कनेक्शन मांगा जाएगा। यदि वहां कनेक्शन नहीं मिलता है तो फिर उत्तराखण्ड सरकार से मीटर कनेक्शन मांगेंगे, कहीं से भी कनेक्शन न मिलने पर किसान यूपी गेट पर जनरेटर लगाएंगे।