उत्तर नारी डेस्क
देहरादून : उत्तराखण्ड में बेरोजगारी हीं अब तक का सबसे बड़ा मुद्दा रहा है, जिसका सत्ता में आयी कोई भी सरकार के पास कोई जवाब नहीं होता। या यूँ कह लीजिए कि देश में बेरोजगारी अब कोरोना वायरस से भी बड़ी महामारी बनती जा रही है। कोरोना के चलते जहां कहीं रोजगार छीने तो वहीं पर्यटन से लेकर, होटल और एयरलाइंस जैसे क्षेत्र भी बुरी तरह प्रभावित हुए है।
बेरोजगारी का यह आलम है कि उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने भर्ती प्रक्रिया में 854 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी कि थी जिसमें 2 लाख 19 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, यह देख कर देश आयोग के भी होश उड़ गए, क्यूंकि यह अब तक की उत्तराखण्ड भर्ती आवेदन के सारे रिकॉर्ड तोड़ चुकी है जहां पदों पर अभ्यार्थिओं की संख्या लाखों के करीब पहुंच गयी। अब आंकड़ों के अनुसार 854 सीट में 1 सीट के लिए 256 से ज्यादा दावेदार मैदान में उतर पड़े हैं। अब आयोग के सामने परीक्षा कराना चुनौती सा बन गया है। साथ हीं इतने आवेदकों के बैठने के लिए व्यवस्था करना साथ हीं परीक्षा के लिए केंद्रों में व्यवस्था करवाना थोड़ा मुश्किल हों गया है। क्योंकि इतने आवेदकों के लिए परीक्षा केंद्र उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। यानी बेरोजगारी का आलम इस कदर है की परीक्षा आयोग के लिए यह एक चुनौती सा बन गया है।
बता दें कि उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने ग्रेजुएशन पास युवाओं के लिए 854 पदों पर भर्तियों का नोटिफिकेशन नवंबर में जारी किया था। जिसके लिए 10 नवंबर से 8 जनवरी 2021 तक ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। आयोग ने इस भर्ती के लिए मई में परीक्षा प्रस्तावित की थी लेकिनब आवेदनों की संख्या देख आयोग के होश उड़ गए। 854 पदों पर भर्ती के लिए 2 लाख 19 हजार आवेदन आए जिसने आज के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।बताते चलें की फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में 1 लाख 56 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।