उत्तर नारी डेस्क
प्रतिभा संसाधनों और सुविधाओं की मोहताज नहीं होती हैं। लगन और जुनून की बदौलत वह मंजिल हासिल कर खुद को साबित कर ही लेती है।
जी हाँ, उत्तराखण्ड के पिथौरागढ़ जिले के थल की श्वेता वर्मा ने ऐसा ही करके दिखाया है। बता दें कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम में श्वेता वर्मा का चयन हुआ है। वह विकेटकीपर व बल्लेबाज के रूप में चयनित हुईं हैं। श्वेता वर्मा, आगामी 7 मार्च को अपना पहला मैच खेलेंगी। उनका मैच साउथ अफ्रीका के खिलाफ होगा। वह एक दिवसीय 5 मैचों की सीरीज खेलेंगी। आइये आपको बताते हैं श्वेता वर्मा के बारे में
पिथौरागढ़ जिले के थल कस्बे की श्वेता वर्मा ने प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर से प्राप्त की। परिवार के सदस्यों को टीवी पर क्रिकेट मैच देखते हुए श्वेता में क्रिकेट के प्रति जुनून पैदा हुआ। प्रारंभिक शिक्षा पूरी होते ही श्वेता ने बल्ला थाम लिया। हम उम्र लड़कियों को क्रिकेट में कोई रुचि नहीं थी तो उन्होंने लड़कों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया। गांव में होने वाली क्रिकेट प्रतियोगिताओं में वह हिस्सा लेने लगी। इंटर की पढ़ाई के बाद तो श्वेता में क्रिकेट को लेकर मानो जुनून ही सवार हो गया। उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए वह अल्मोड़ा पहुंची। वहां महाविद्यालय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखानी शुरू की। वहां क्रिकेट कोच लियाकत अली ने उनके नैसर्गिक खेल को देखा तो उनमें छिपी प्रतिभा को पहचान लिया। उन्होंने श्वेता को 4 वर्ष तक क्रिकेट की बारीकियां सिखाई। इस दौरान तमाम प्रतियोगिताओं में शिरकत करने के साथ ही वह उत्तर प्रदेश की टीम से क्रिकेट खेलने लगी। इसके बाद श्वेता ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वहीं, हाइलैंडर्स क्रिकेट एकेडमी काशीपुर में प्रशिक्षण लेते हुए वह इंडिया ए टीम में सलेक्ट हुई तो भारतीय क्रिकेट टीम में चयन को अपना लक्ष्य बना लिया। आखिरकार शनिवार को श्वेता ने मुकाम हासिल कर लिया। श्वेता सात मार्च से लखनऊ में दक्षिण अफ्रीका की टीम के साथ पांच मैचों की वनडे सीरीज खेलेंगी।
वहीं, उत्तराखण्ड के खेल मंत्री अरविंद पांडे ने क्रिकेटर श्वेता वर्मा को बहुत-बहुत बधाई दी है। उन्होंने कहा कि वर्मा का कठिन परिश्रम व अथक प्रयास प्रदेश के सभी युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। पांडे ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ। पांडे ने कहा कि प्रदेश सरकार खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही हैं।