उत्तर नारी डेस्क
उधम सिंह नगर :: मुसलमानों के सबसे मुकद्दस महीने रमजान-उल-मुबारक का आगाज हो चुका है. सोमवार को चांद न दिखने की सूरत में आज माहे शाबान की 30 तारीख थी. इस हिसाब से बुधवार का रमज़ान का पहला रोजा होगा. रमजान का चांद नजर आने पर सभी मुसलमान नमाजे तरावीह और रोजे के अलावा कई अन्य इबादतों का एहतेमाम करते हैं.
बता दें कि रमजान मुसलमानों के लिए सबसे पवित्र महीना माना जाता है. इस्लामी कैलेंडर के हिसाब यह 9वां महीना होता है. रमजान के महीने में सभी मुस्लिम लोग एक महीने के रोजे रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते. साथ ही अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं. मुसलमानों को मानना है कि इस रमजान के महीने में इबादत करने से अन्य महीनों के मुकाबले 70 गुना ज्यादा सवाब मिलता है. सभी मुसलमानों के लिए जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं और शैतानों को कैद कर दिया जाता है.
हिंदुस्तान में रमजान का महीना आते ही बाजारों में रौनक लगनी शुरू हो जाती है. साथ ही इफ्तार पार्टियां की जाती हैं. लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस बार भी पिछली बार की तरह ही केंद्र और राज्य सरकारों की तरफ से घरों में रहकर इबादत करने की अपील की गई है.