उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने विधानसभा कक्ष में आयोजित बैठक के दौरान देवी देवताओ की देव डोलियो की तैयारियां व्यवस्थित ढंग से कराये जाने के निर्देश दे दिए है। इस दौरान महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड की संस्कृति को वैश्विक तथा भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए कुंभ में स्थानीय देवी देवताओं की देव डोलियों आयेंगी जिस के लिए कुंभ स्नान की सभी तैयारियां व्यवस्थित रूप से पूर्ण हों जानी चाहिए।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए कि कुम्भ स्नान के लिए ऋषिकेश से उत्तराखण्ड की धार्मिक नगरी हरिद्वार आने वाली देव डोलियों की विरासतीय शोभा यात्रा का अवलोकन श्रद्धालुगण व भक्तगण आसानी से करें, इसकी सुव्यवस्था हो। जलपान, यातायात एवं भीड़ प्रबंधन के अलावा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने का भी आदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे शोभा यात्रा का मार्ग निर्धारित करते समय आपसी समन्वय स्थापित करें ताकि कार्यक्रम को भव्य स्वरूप प्रदान किया जा सके। देव डोलियों की गरिमा के अनुरूप व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जाए। शोभा यात्रा के दौरान देव डोलियों तथा भक्तगणों पर हेलीकॉप्टर द्वारा ‘पुष्प वर्षा’ करने का भी निर्देश दिया।
लोक संस्कृति को दर्शाने वाली यह शोभा यात्रा 24 अप्रैल को ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट से आरंभ होगी। ढोल-नगाड़ों एवं स्थानीय देवी-देवताओं के चिह्न सहित समस्त राज्य से लगभग 200 देव डोलियां यहां एकत्रित होंगी। 25 अप्रैल को शोभा यात्रा का कुम्भ नगरी हरिद्वार में आगमन होगा। हर की पैड़ी पर ब्रह्मकुंड में इन देव डोलियों का सामूहित अमृतमय स्नान संपन्न होगा। तत्पश्चात पंतदीप में एक भव्य पंडाल में पूज्य संतों, श्रद्धालुगणों और शासन-प्रशासन के लोगों द्वारा इनकी पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद देव आशीर्वाद कार्यक्रम संपन्न होगा।
इस अवसर पर श्री देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभा यात्रा समिति के अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री मोहन सिंह रावत ‘गांववासी,’ पर्यटन सचिव श्री दिलीप जावलकर जी, संस्कृति विभाग के महानिदेशक श्री आशीष चौहान जी, संस्कृति विभाग की निदेशक श्रीमती बीना भट्ट जी, पुलिस अधीक्षक श्री लोकजीत सिंह जी सहित हरिद्वार मेला प्रशासन एवं अन्य विभाग के कई अधिकारी उपस्थित थे।