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कोटद्वार : ट्रैफिक पुलिस का वीडियो बनाना युवक को पड़ गया महंगा, पहुंचा सालाखों के पीछे

उत्तर नारी डेस्क

कोरोना वैश्विक महामारी में आम जनमानस के जीवन रक्षा हेतु उत्तराखण्ड पुलिस फ्रंट में आकर गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद कर रही है। जिससे क्षेत्र में पुलिस द्वारा किए गए कार्य सराहनीय योग्य है। तो वहीं आज जब कोटद्वार यातायात पुलिस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ तो इससे पुलिस की छवि एक बार फिर से संदिग्धता के घेरे में आ गई है।

जी हाँ आज रविवार को कोटद्वार में बीईएल रोड पर इंटरसेप्टर वाहन में चैकिंग के दौरान बना पुलिस कर्मियों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें बीईएल रोड पर कार संख्या यूके 12डी/0891 से आ रहे कार सवार युवक को जब पुलिस द्वारा रोका गया। तो युवक ने अपना नाम जिला बिजनौर के बढ़िया निवासी संदीप सिंह बताया और पुलिस कर्मियों की वीडियो बनाते हुए उनसे सवाल पूछा कि आपने चाबी क्यों निकाली है, इस दौरान उनके कैमरे के सामने खड़े सिपाही ने उनका फोन छीन लिया। पीड़ित संदीप की ओर से बनाई गई वीडियो में यह स्पष्ट रूप से सुना जा रहा है कि पुलिसकर्मी ने फोन छीनने के बाद मारपीट शुरू कर दी थी। मारपीट होने के बाद फिर से पीड़ित युवक ने वीडियो बनाकर पूछा तो यातायात पुलिस के तेवर बदले दिखे। तो वहीं इसकी दूसरी वीडियो में देखा गया कि पुलिस के सिपाही और दीवान युवक से वीडियो बंद करके बात कर समाधान निकालने की बात कहते है। 

इस पूरे मामले में यातायात निरीक्षक कोटद्वार शिव कुमार का कहना है कि कोरोना कफ्यू का रविवार को जायजा लिया जा रहा था। इस दौरान जब कार चालक को रोककर लॉकडाउन में बेवजह घूमने का कारण पूछा तो वाहन चालक ने सुनियोजित तरीके से वीडियो बनानी शुरू कर दी। जब उसके वीडियो बनाने का कारण पूछा तो वाहन चालक ने पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया। जबकि वाहन चालक के साथ कोई मारपीट नहीं की गई। है और न ही उसकी चाबी ली गई थी।

इस तरह पूरे मामले का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करना अब कार चालक को महंगा पड़ गया। जहां युवक के खिलाफ कोटद्वार पुलिस ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर की तहरीर पर सरकारी कार्यों में बाधा डालने, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम और माहमारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर उसकी कार सीज कर दी है।

बता दें कोतवाली कोटद्वार के कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र बिष्ट द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार कोटद्वार ट्रैफिक प्रभारी निरीक्षक शिव कुमार ने कोतवाली कोटद्वार में बताया कि कार सवार युवक को जब रोका गया तो उसने अपना नाम संदीप सिंह बताया और जब वाहन के कागज लाने को कहा गया तो उक्त व्यक्ति वाहन कागज लेने के लिए गया। वापिस आने पर संदीप अपने मोबाइल से सुनियोजित तरीके से वीडियो बनाने लगा और बोलने लगा कि मैं तुम लोगों की वीडियो बनाकर फेसबुक और व्हाटसअप पर वायरल कर दूंगा और तुम लोगों को नौकरी से बर्खास्त कर दूंगा और अपनी गाड़ी लेकर मौके से फरार हो गया। 

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