उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के लिए आज एक बेहद दुःखद ख़बर सामने आई है कि चिपको आंदोलन के प्रणेता, विश्व में वृक्षमित्र के नाम से प्रसिद्ध महान पर्यावरणविद पद्म विभूषण सुंदरलाल बहुगुणा (94 साल) का आज दोपहर करीब 12 बजे ऋषिकेश एम्स में निधन हो गया हैं। बता दें कि कोरोना संक्रमित होने के कारण उन्हें बीती 8 मई को एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया था। बताया जा रहा हैं कि उनको आईसीयू में लाइफ सपोर्ट में रखा गया था। उनके रक्त में ऑक्सीजन की परिपूर्णता का स्तर बीती शाम से गिरने लगा था। चिकित्सक विशेषज्ञ उनकी निरंतर स्वास्थ्य संबंधी निगरानी कर रहे थे।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पर्यावरणविद् बहुगुणा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त हुए इसे उत्तराखण्ड के लिए नहीं बल्कि संपूर्ण देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिजनों को धैर्य व दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।