उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में कोरोना की दूसरी लहर के दस्तक देने के साथ ही कोरोना के मामलों में तेजी से उछाल देखने को मिला, जिसके बाद सरकार द्वारा कई पाबंदियां लगा दी गई हैं। फिर भी कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी देखने को मिलती रही, जिसके बाद सरकार द्वारा प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया। जिससे बाजार पर भारी प्रभाव देखने को मिला है। कोरोना कर्फ्यू के दौरान बाजार खुलने का समय बेहद कम हो गया है। वहीं, राशन और किराने की दुकानें भी सुबह के समय ही खुल रही हैं, जिससे व्यापारियों के सिर के ऊपर एक बड़ा आर्थिक खतरा मंडराने लगा है। जिसके बाद प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात कर व्यापारियों की समस्या से अवगत कराया और मुख्यमंत्री के समक्ष सभी बातें रखीं।
आपको बता दें कि प्रतिनिधि मंडल संरक्षण सलाहकार समिति के चेयरमैन अनिल गोयल ने मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात की और उनसे 1 जून से सभी बाजार एवं दुकानों को सुबह 9 बजे से लेकर 5 बजे तक खोले जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में दुकानों के बंद हो जाने के कारण व्यापारियों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री रावत ने अब तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या मुख्यमंत्री उनकी बात को स्वीकार करेंगे और क्या व्यापारियों को यह बड़ी छूट दी जाएगी? वहीं, माना जा रहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा बाजार पर लगाई गईं पाबंदियों को लेकर एक बड़ी घोषणा की जा सकती है।
वहीं, व्यापार मंडल डोईवाला के अध्यक्ष रमेश वासन का कहना है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलो में कमी देखने को मिल रही हैं जिसको देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा राशन और किराने के अलावा अन्य दुकानों को भी खोलने की अनुमति दी जाए। वहीं रानीपोखरी के व्यापार मंडल के अध्यक्ष अरुण जोशी का कहना है कि दुकानें काफी समय से बंद पड़ी हुई हैं जिस कारण व्यापारियों के परिवार को भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में सभी ने सरकार से अन्य दुकानों को खोलने हेतु अनुमति देने की भी मांग की है। वहीं, प्रतिनिधि मंडल संरक्षक सलाहकार समिति के चेयरमैन अनिल गोयल ने बैंकों की एमआई में रियायत, जीएसटी में ब्याज से लेकर और भी कई जरूरी मुद्दों पर मुख्यमंत्री से गहन चर्चा की और उस पर मुख्यमंत्री ने उनको सकारात्मक आश्वासन दिया है। व्यापारियों का कहना है कि आज होने वाली कैबिनेट की बैठक में व्यापारियों को काफी उम्मीदें हैं।