उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में कर्नल अजय कोठियाल के आम आदमी पार्टी में शामिल होने से सियासी दलों की बेचैनी बढ़ी हुई है। या यूँ कहे कि आप ने बहुत सोच-समझकर कर्नल अजय कोठियाल पर दांव चला है। क्यूंकि कर्नल अजय कोठियाल की मौजूदगी प्रदेश के सियासी समीकरण को प्रभावित कर सकती है। तो वहीं अब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कर्नल अजय कोठियाल ने प्रदेश के विकास समेत कई मुद्दों पर अपनी बात रखी है। साथ ही प्रदेश में उनकी सरकार बनने पर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और भ्रष्टाचार मुक्त तंत्र को उत्तराखण्ड में लागू करने की बात को मुखरता से कहा है। साथ ही साफ कहा कि अगर उनकी प्रदेश में सरकार बनती है तो प्रदेश के विकास से जुड़े सभी नीतिगत निर्णय उनकी सरकार खुद लेगी। सत्ता का केंद्र उत्तराखण्ड राज्य होगा, दिल्ली नहीं।
कर्नल अजय कोठियाल ने कहा कि आज प्रदेश के विकास के लिए बड़े नहीं बल्कि छोटे-छोटे मॉडलों की जरूरत है। केदारनाथ पुर्ननिर्माण कार्यों और यूथ फाउंडेशन के संचालन के दौरान उनको पहाड़ के लोगों की जिंदगी को करीब से जानने और उनकी जरूरतों को समझने का मौका मिला। जिससे यह पता चला कि बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार आज उत्तराखण्ड की सबसे बड़ी जरूरत है और दिल्ली मॉडल को उत्तराखण्ड में अपनाए जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि अपने गांव के पढ़े लिखे युवाओं को प्राथमिक चिकित्सा का ज्ञान उपलब्ध कराना भी उनकी सरकार की एक प्रभावी योजना रहेगी और पर्वतीय क्षेत्रों के सुलभ केंद्रों में दिल्ली जैसे सरकारी स्कूल भी खोले जायँगे जहां बच्चों को शिक्षा के साथ शूटिंग रेंज, स्वीमिंग पूल, खेल मैदान जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी।