उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में कोरोना की दूसरी लहर का कहर कम होता दिखाई दे रहा है। वहीं लगातार कोरोना के मामलों में भी गिरावट दर्ज़ की जा रही है। ऐसे में हर चीज पटरी पर वापस लौटती नजर आ रही है। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के दस्तक देने के बाद प्रदेश में सभी स्कूलों को फिर से बंद कर दिया गया था और बच्चों को ऑनलाइन के द्वारा पढ़ाया जा रहा था। मगर अब प्रदेश में कोरोना की रफ्तार में धीमी पड़ने लगी है जिसको देखते हुए प्रदेश सरकार एक बार फिर से स्कूलों को खोलने की तैयारी में है। ऐसा माना जा रहा है कि राज्य में आगामी 1 जुलाई से स्कूल खुल सकते हैं।
आपको बता दें कि हाल ही में शिक्षा विभाग की विभागीय समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने यह स्वीकार किया कि ज्यादा समय तक स्कूल बंद रखना छात्रों के हित में नहीं है। साथ ही बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों और शिक्षा मंत्री ने इस पर सहमति जताई है। प्रदेश में कोरोना की रफ्तार को देखते हुए सभी अधिकारियों ने स्कूलों को खोलने के निर्णय पर सहमति जताई है। ऐसे में यह माना रहा है कि उत्तराखण्ड सरकार आने वाली 1 जुलाई से सभी स्कूलों को खोलने को लेकर बड़ा निर्णय ले सकती है। हालांकि शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से विचार-विमर्श करने के बाद ही इस विषय पर अंतिम फैसला लेंगे।