उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर पुजारी केदारनाथ मंदिर के बाहर धरने पर बैठ गए है। आज उनके धरने का तीसरा दिन था। आपको बता दें कि केदारनाथ में तीर्थपुरोहित ने काला फीता बांधकर मौन आंदोलन किया है और सरकार पर उपेक्षा आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने बोर्ड में मनोनीत सदस्यों का चयन निरस्त करने की भी मांग की है।
केदारनाथ के तीर्थपुरोहितों का कहना है कि बीते वर्ष बोर्ड गठन से पहले से वे आंदोलन करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार द्वारा उनकी अनदेखी की जा रही है। स्थिति यह है कि बोर्ड को भंग करने के बाद उसे विस्तार दिया जा रहा है, जो तीर्थपुरोहितों की भावनाओं के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा व मंदिरों पर कब्जा करने की रणनीति तैयार कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कहा कि तीर्थपुरोहितों व हक-हकूकधारियों को बिना विश्वास में लेकर सरकार द्वारा पहले बोर्ड का गठन किया गया और अब उसे विस्तार दिया जा रहा है, जो उचित नहीं है। जिसका पुजारी केदारनाथ मंदिर के बाहर एकजुट होकर बोर्ड का विरोध करते हुए मांगपूर्ति तक आंदोलन जारी रखेगा। इस मौके पर अंकुर शुक्ला, अंकित सेमवाल, प्रवीण तिवारी, संतोष त्रिवेदी आदि मौजूद थे।