उत्तर नारी डेस्क
कुंभ के बाद कैंची धाम का मेला ही इतना बड़ा मेला होता है कि जिस में देश विदेश से हर साल लाखों की संख्या में लोग हिस्सा लेने आते हैं। कैंची धाम नीम करौली बाबा धाम में हर साल 15 जून को एक मेला लगता है। जो कि काफी चर्चित है। जहां देश के हर प्रांत से भक्तजन पहुंचते है। मेले को लेकर भक्तों मे काफी उत्साह भी बना रहता है। इतना ही नही इस मेले में विदेशों से कई भक्त भी आते है। अब इसे लेकर प्रदेश के मुख्य सचिव एसएस संधू ने एक फैसला लिया है। जहां प्रदेश के मुख्य सचिव एसएस संधू ने कुमाऊं क्षेत्र में भी आध्यात्मिक केंद्र विकसित करने की बात कही है। इसे लेकर उन्होंने कैंची धाम को चारधाम की तर्ज पर संवारने को लेकर प्रभावी प्लान बनाने के निर्देश भी जिला प्रशासन को दिए हैं। ताकि जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटन विकास को संचालित परियोजनाओं और विकासकार्यों में तेजी आ सके।
बता दें बीते रविवार को मुख्य सचिव एसएस संधू ने सुबह एटीआइ परिसर में जिले में किए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से नैनीताल में हैरिटेज स्ट्रीट योजना, पहाड़ी शैली में रिक्शा स्टैंड जीर्णोद्धार, सूखाताल डेस्टीनेशन और सातताल में कराए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। जिस पर मुख्य सचिव एसएस संधू ने पहाड़ी शैली का भवन निर्माण कराने पर डीएम धीराज गब्र्याल की सराहना भी की।
बताते चलें नैनीताल के समीप स्थित कैंची धाम की प्रसिद्धि भी देश-विदेश में फैली है, मगर पार्किंग, बेहतर होटल समेत अन्य मूलभूत सुविधाओं की कमी के चलते अधिक लोग कैंची धाम नहीं पहुंच पाते। इसलिए मुख्य सचिव संधू ने निर्देश दिए कि कैंची धाम को कुमाऊं का आकर्षण केंद्र बनाते हुए इसे चारधाम की तर्ज पर संवारने को लेकर प्रभावी प्लान बनाकर शासन को भेजा जाए ताकि पर्यटन विकास को संचालित परियोजनाओं और विकासकार्यों में तेजी आ सके।
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