उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड की सियासत में दलबदल की अटकलों के बीच विजय बहुगुणा की एंट्री ने सियासी हलचल बढ़ा दी हैं। प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद लगभग गायब रहे विजय बहुगुणा अचानक से देहरादून पहुंचे। जहां उन्होंने सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात करने से पहले उन सभी नेताओं से बात की, जो कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुए थे। माना यह जा रहा है कि विजय बहुगुणा की एंट्री हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा काऊ दोनों ही नेताओ को मनाने के लिए हुई है। हालांकि विजय बहुगुणा खुद इस बात को कह कर गए कि दोनों मंत्री विधायक नाराज हैं और उनको मनाने वह आए हैं और उनकी जो भी शिकायत है वह पार्टी आलाकमान और मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे।
तो वहीं सियासी जानकारों का मानना है कि विजय बहुगुणा को आलाकमान ने डैमेज कंट्रोल करने के उत्तराखण्ड भेजा है। यानी हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा काऊ को पार्टी में बनाए रखने और तमाम सियासी समीकरणों को सुलझाने के लिए विजय बहुगुणा की एंट्री देहरादून में हुई है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी केंद्रीय नेतृत्व ने इन अटकलों पर पूर्ण विराम लगाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री बहुगुणा को मैदान में उतारा है।
तो वही हरक सिंह रावत ने आज बयान देते हुए साफ तौर पर कहा है कि उनकी ना कोई नाराजगी है और ना ही कोई कहीं जा रहा है हालांकि जब उनसे पूछा गया कि विजय बहुगुणा तो कह रहे हैं कि उनके कुछ मुद्दे हैं जिस पर नाराजगी है तो हरक सिंह रावत ने साफ तौर पर कहा की ऐसी बात तो हमने कहीं नहीं कही लेकिन एक बात विजय बहुगुणा को जरूर कही कि पूरे साढ़े 4 साल तो आप चाय पीने हमारे पास आए नहीं।
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