उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। जिसके लिए अब ज्यादा वक्त शेष नहीं है। वैसे तो उत्तराखण्ड की राजनिती में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और काबीना मंत्री हरक सिंह रावत के बीच घमासानी रिश्ता किसी से छुपा नहीं है। हर कोई इनके रिश्ते से भी अवगत है, लेकिन आज रविवार को दोनों के रिश्तों पर काफी समय से जमी बर्फ कुछ-कुछ पिघलती नजर आ रही है। बता दें कि बीते रोज हरक सिंह रावत ने हरीश रावत से माफी मांगी थी, जिसके बाद आज हरदा ने खुद पहल करते हुए हरक सिंह रावत से फोन पर बात की। हरदा ने हरक से बतौर वन मंत्री आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ितों की सहायता करने की गुजारिश की।
यह भी पढ़ें - आपदा प्रभावितों का दर्द बांटने पहुंचे विधायक राजेश शुक्ला, हरसंभव मदद का भरोसा
आपको बता दें कि इन दिनों हरीश रावत कुमाऊं मंडल में आपदा ग्रस्त क्षेत्रों के निरीक्षण पर निकले हैं। इस दौरान रविवार को वह प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और पूर्व काबीना मंत्री यशपाल आर्य के साथ चुकुम गांव पहुंचे, जहां पर ग्रामीणों ने चुकुम और सुंदरखाल गांव के विस्थापन का मुद्दा उठाया। जिसके बाद हरदा ने कबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह से बात करने की इच्छा जाहिर की तो प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने तत्काल हरक को फोन लगा दिया। करीब 5 मिनट तक दोनों नेताओं ने बातचीत की। फोन पर बातचीत के दौरान हरदा ने हरक को इस दुख की घड़ी में सबकी मदद करने के लिए और इस क्षेत्र में स्वयं आने को कहा। हालांकि इस दौरान हरदा ने हरक को छेड़ते हुए कहा कि आपदा के वक्त सांप और नेवला भी एक ही बोट पर सवार हो जाते हैं। यह भी ऐसा ही वक्त है।
यह भी पढ़ें - पुलिस ने नाबालिक को भगा ले जाने वाले युवक को किया गिरफ्तार