उत्तर नारी डेस्क
कोटद्वार के अधिवक्ता रोहित डंडरियाल ने चुनाव के दौरान राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की जो चुनाव में ड्यूटी लगती है तो उसका भार कम करने के लिए राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर यह निवेदन किया है कि उस भार को कम किया जाए, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई पर कोई बुरा प्रभाव ना पड़े।
बता दें कि आगामी वर्ष 2022 के आरंभ में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसकी व्यवस्था एवं उसे सम्पन्न करवाए जाने के लिए प्रदेश के सभी क्षेत्रों से सरकारी कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा एवं इनमें सबसे बड़ी संख्या में अध्यापकों की ही ड्यूटी रहती है। जिस वजह से विद्यालयों में पठन-पाठन की गतिविधि प्रभावित होती है एवं विद्यार्थियों की शिक्षा में हानि होती है। वहीं, कोरोना के इस विकट काल में भी लंबे समय तक विद्यार्थियों को अनेकों असुविधाएं आयी एवं स्थिति सामान्य होने पर अब चुनावी ड्यूटी के कारण पुनः अव्यवस्था उत्पन्न हो जाएगी जिसमें कि लगभग 45 दिनों तक की शिक्षा हानि विद्यार्थियों को उठानी पड़ेगी। जिसको ध्यान में रखते हुए अधिवक्ता रोहित डंडरियाल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त से निवेदन किया है कि उक्त समस्या को देखते हुए समाधान के रूप में प्रत्येक विद्यालय से 50% से अधिक शिक्षकों एवं स्टाफ को चुनावी ड्यूटी पर न भेजा जाए, जिससे कि चुनाव भी कुशलतापूर्ण सम्पन्न हो सकें एवं शिक्षा में भी कोई व्यवधान न आए। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें आपसे सकारात्मक उत्तर की अपेक्षा है, यदि एक सप्ताह के भीतर इसपर प्रतिक्रिया न आए तो हमें माननीय उच्च न्यायालय का मार्ग चुनना होगा।