उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में स्वास्थ्य और शिक्षा की व्यवस्थाओं की बदहाली से हर कोई परिचित है। वहीं अब खबर उत्तराखण्ड के पीपीपी मोड पर संचालित संयुक्त चिकित्सालय रामनगर से है। जहां डॉक्टरों की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। आपको बता दें पीड़ित जफर इकबाल ने अस्पताल की डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीती रात जब उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई, तो वो पत्नी को लेकर संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे लेकिन अस्पताल में मौजूद डॉक्टर ने कहा कि उनकी पत्नी की हालत काफी नाजुक है। ऐसे में यहां प्रसव कराना खतरनाक हो सकता है। ऐसे में वो अपनी पत्नी को लेकर हायर सेंटर लेकर जाएं। पीड़ित ने बताया कि उनके साथ आई आशा वर्कर के साथ भी अभद्रता की गई। फिर काफी परेशान होकर पीड़ित अपनी पत्नी को लेकर घर वापस आ गये। जहां कुछ समय बाद उनकी पत्नी की घर पर ही नॉर्मल डिलीवरी हो गई। हालंकि इससे पहले डॉक्टरों का कहना था कि उनकी पत्नी की हालत काफी नाजुक है। ऐसे में प्रसव कराना खतरनाक हो सकता है। वो अपनी पत्नी को लेकर हायर सेंटर लेकर जाएं। इस पर पीड़ित जफर इकबाल ने अभद्रता व गलत राय देने वाले डॉक्टर पर प्रशासन से सख्त कार्यवाही करने की मांग की है।
तो वहीं, अस्पताल के सीएमएस चंद्रा पंत ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी। अगर कोई डॉक्टर दोषी पाया जाता है, तो उस पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।
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