उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड को वीरों की भूमि यूं ही नहीं कहा जाता। यहा के लोकगीतों में शूरवीरों की जिस वीर गाथाओं का जिक्र मिलता है, पराक्रम के वह किस्से देश-विदेश तक फैले हैं। देश की सुरक्षा और सम्मान के लिए देवभूमि के वीर सपूत हमेशा ही आगे रहे हैं। यही कारण है कि भारतीय सेना का हर पाचवां जवान भी वीरभूमि उत्तराखण्ड में जन्मा है।
उत्तराखण्डी युवाओं में देशभक्ति का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ है। हर वर्ष न जाने अपने कितने ही सपूतों को भारतीय सेना का हिस्सा बनते हुए देखते है। बीता हुआ दिन भी उत्तराखण्ड के लिए बेहद खास था और हो भी क्यों ना, क्योंकि कदम-कदम बढ़ाए जा खुशी के गीत गाए जा ये जिंदगी है कौम की तू कौम पे लुटाए जा, सेना गीत की स्वर लहरियों के बीच देश की आन बान और शान बढ़ाने के लिए और वतन की रक्षा करने के लिए गढ़वाल राइफल्स के 233 जवान शनिवार को थल सेना में शामिल हो गए हैं।
बता दें कि शनिवार को लैंसडाउन स्थित गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट सेंटर के भवानी दत्त परेड ग्राउंड में गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट सेंटर के 233 कैडेट्स के लिए कसम परेड समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें पुनर्निरीक्षण अधिकारी ब्रिगेडियर हरमीत सेठी ने नव प्रशिक्षित 233रिक्रूटों को कसम ग्रहण करवाई। इस मौके पर रिक्रूटों ने शानदार ड्रिल का प्रदर्शन करके दर्शकों की तालियां बटोरी। वहीं, परेड के दौरान कोर्स में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राइफलमैन नीरज रावत को स्वर्ण पदक, राइफलमैन निशांत रावत को रजत और राइफलमैन संदीप सिंह को कांस्य पदक से सम्मानित भी किया गया। राइफलमैन अतुल खंतवाल को सर्वश्रेष्ठ ड्रिल, राइफलमैन रितिक सिंह को बेस्ट फायरिंग व नायक जसवंत सिंह को उत्तम प्रशिक्षक के पुरस्कार से नवाजा गया। नायक सूबेदार सुमन सिंह सजवान को उत्तम प्लाटून कमांडर का खिताब दिया गया। कोर्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए चैंपियनशिप बैनर ‘घ’ कंपनी के नाम रही और नायक सूबेदार सुमन सिंह सजवाण ने चैंपियनशिप बैनर लिया। उत्तर नारी की टीम की तरफ से इन सभी नौजवानों को हार्दिक शुभकामनाएं।