उत्तर नारी डेस्क
लंबे समय से पहाड़ में गुलदार की धमक बनी हुई है। पर्वतीय क्षेत्रों में शाम ढलते ही गुलदार के दिखने का खतरा इलाके में मंडराने लगता है। वहीं बीते दिनों पौड़ी के सरकारी आवासीय कालोनी परिसर में शाम को एक गुलदार अपने दो शावकों के साथ दिखाई दिया। जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। हालांकि ऐतिहात के तौर पर तब वन विभाग ने आवासीय परिसर में गश्त लगाने के साथ ही ट्रेप कैमरे भी और पिंजरा भी लगाया हुआ है, लेकिन गुलदार अभी तक पिंजरे में कैद नहीं हो पाया है। जिसको देखते हुए मादा गुलदार को ट्रेंकुलाइज करने के लिए हरिद्वार डिवीजन व राजाजी नेशनल पार्क से वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञ पौड़ी पहुंचे है। ये वाइल्डलाइफ पशुचिकित्सक गुलदार व उसके शावकों को ट्रेंकुलाइज करने के लिए काम कर रहे है।
वहीं इस संबंध में विशेषज्ञों का कहना है कि मादा गुलदार के साथ उसके शावक भी है इसलिए गुलदार व उसके शावकों को ट्रेंकुलाइज करने के लिए एक्सन प्लान बनाकर कार्रवाई की जा रही है। साथ ही राजाजी नेशनल पार्क से वाइल्डलाइफ पशुचिकित्सक राकेश नौटियाल व हरिद्वार डिवीजन से डा.अमित ध्यानी ने बताया कि शहर में उगी झाडि़या व जगह-जगह फैला कूड़े से गुलदार को भोजन मिल जाता है। जिससे गुलदार झाड़ियों में रहने लगता है। उन्होंने शहरवासियों से अपने आसपास झाडि़यों को साफ करने व अंधेरा होने पर टॉर्ज व अकेले न जाने की अपील की है।
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