उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव के लिए कुछ वक्त ही शेष बचा था। वहीं चुनाव से एक दिन पहले एक ख़बर सामने आयी थी कि रुद्रप्रयाग से उत्तराखण्ड क्रान्ति दल के उम्मीदवार मोहित डिमरी पर जानलेवा हमला किया गया है। जिस पर चार अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
वहीं अब इस हमले के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। जहां पुलिस ने UKD प्रत्याशी मोहित डिमरी पर हुए हमले को झूठा करार दिया है।
पुलिस का कहना है कि चुनाव में लाभ लेने के लिए प्रत्याशी द्वारा स्वयं यह प्रपंच रचा गया था और चुनाव में लाभ लेने के लिए 12 फरवरी की रात्रि को जवाड़ी बाईपास पर उनके द्वारा पत्थर से अपने वाहन को क्षतिग्रस्त किया गया और स्वयं पर हल्की चोटें भी लगाईं। पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि पुलिस जब मौके पर पहुंची तो पीड़ित व उसके साथी नहीं मिले। बल्कि पीड़ित द्वारा निजी चिकित्सालय में अपना उपचार कराया जा रहा था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की विवेचना पूरी कर दी गई है। विवेचना में यह बात स्पष्ट तौर पर सामने आई है कि यूकेडी प्रत्याशी द्वारा अपने ऊपर हुए हमले की सूचना पूरी तरह से भ्रामक है। उनके साथ किसी भी प्रकार की हमले की कोई घटना नहीं हुई है। अब भारतीय दंड संहिता की धारा 182 में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। वहीं डिमरी ने पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। उन्होंने पुलिस पर सत्तापक्ष के दबाव में जांच करने का आरोप लगाया है। उन्होंने सीबीआई से मामले की जांच करने की मांग करते हुए राष्ट्रपति को भी मामले में पत्र भेजने की बात कही है।
बता दें सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स सहित लोगों के बयानों में भी हमले की पुष्टि नहीं हो पाई है। प्रत्याशी द्वारा चुनाव में फायदा लेने व सहानुभूति प्राप्त करने के इरादे से यह कृत्य किया गया है। एसपी ने बताया कि मामले में आईपीसी की धारा 182 के तहत कार्रवाई कर रिपोर्ट कोर्ट को भेजी जा रही है।
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