उत्तर नारी डेस्क
हिमालय क्षेत्रों में बर्फ के साथ ग्लेशियर भी पिघल रहे हैं जिससे नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसी ही एक ख़बर चमोली जिले से सामने आ रही है। जहां अचानक धौली गंगा का जलस्तर फिर बढ़ने से तपोवन बैराज साइट पर अफरा-तफरी मच गई है। हालांकि जलस्तर बढ़ने से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन कुछ देर तक काम बाधित रहा। मंगलवार सुबह लगभग 6:30 बजे बैराज साइट पर एनटीपीसी की ओर से लगाए गए अलार्म सिस्टम बजने लगे, जिसके कारण तुरंत साइट पर काम कर रहे मजदूरों और मशीनों को सुरक्षित स्थान पर भेजकर बैराज साइट को खाली करवाया गया। करीब एक घंटे के बाद नदी का जलस्तर सामान्य हुआ, जिसके बाद परियोजना के बैराज व सुरंग साइट पर फिर से काम शुरू किया जा सका।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष चमोली जिले के तपोवन इलाके में ग्लेशियर टूटने से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा था। ऋषिगंगा में अचानक आई भारी बाढ़ में ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट बह गया था इसके साथ ही कई मजदूर भी जिंदा दफन हो गए थे। पिछले साल अचानक आई आपदा को देखते हुए 520 मेगावाट वाली तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना का काम कर रही एनटीपीसी इस बार सतर्क हो गई है।
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