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उत्तराखण्ड : मार्च में रिकार्ड बनाने को आतुर तापमान, 27 से 29 मार्च के बीच मौसम का यलो अलर्ट

उत्तर नारी डेस्क 

देहरादून : उत्तराखण्ड में अभी गर्मी और सताएगी। अगले तीन दिन में तापमान और बढ़ सकता है। वहीं चढ़ता पारा मार्च में ही रिकार्ड बनाने की ओर अग्रसर है। पिछले कई दिनों से प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में मौसम शुष्क है।


भीषण गर्मी का एहसास करा रही चटख धूप
शुष्क मौसम के बीच चटख धूप भीषण गर्मी का एहसास करा रही है। अब तक सर्वाधिक तापमान पंतनगर में 35.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जोकि अभी और बढ़ सकता है।

उत्तराखण्ड के अधिकतर इलाकों में सुबह से ही चटख धूप
वहीं शनिवार को भी उत्तराखण्ड के अधिकतर इलाकों में सुबह से ही चटख धूप खिली रही। इसके अलावा यह बीते 12 वर्षों में पहला मौका है जब मार्च में पारा लगातार तीन सप्ताह तक सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।

अगले तीन दिन में पारे में और इजाफा होने की आशंका
वहीं मौसम विभाग की ओर से अगले तीन दिन में पारे में और इजाफा होने की आशंका जताई जा रही है। जिससे इस बार मार्च में पारे का रिकार्ड स्थापित करने के आसार हैं।

मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया
चढ़ते पारे को देखते हुए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा।

ज्यादातर इलाकों में तापमान में उछाल आने की संभावना
रविवार से मंगलवार के बीच प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में तापमान में उछाल आने की संभावना है। हिमालयी क्षेत्रों में बर्फ पिघलने और हिमस्खलन की आशंका है।

हल्द्वानी : इस बार मार्च में ही गर्मी पिछले रिकार्ड तोड़ सकती है। मौसम विभाग ने 27 से 29 मार्च के दौरान कुमाऊं के कई हिस्सों में तापमान सामान्य से छह से आठ डिग्री तक अधिक पहुंचने की संभावना जताई है। रुद्रपुर, पंतनगर, हल्द्वानी आदि शहरों में पारा 38 से 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। यह ऐसा हुआ तो मार्च में यह अब तक का सर्वाधिक तापमान होगा। इससे पहले सर्वाधिक 36.9 डिग्री तापमान 2017 में गया था। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि पर्वतीय क्षेत्रों के तापमान में भी तेजी आएगी। इस स्थिति में कहीं कहीं हीट वेव की स्थिति देखने को मिल सकती है।

अधिकतम पारा (डिग्री सेल्सियस में)
हल्द्वानी 33.5 डिग्री
पंतनगर 33.7 डिग्री
मुक्तेश्वर 22.3 डिग्री
नैनीताल 23.2 डिग्री
अल्मोड़ा 29.3 डिग्री
बागेश्वर 33.4 डिग्री
चम्पावत 24.6 डिग्री
पिथौरागढ़ 26.8 डिग्री

प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में मौसम है शुष्क

पिछले कई दिनों से प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में मौसम शुष्क है। जिसके चलते पारे में बढ़ोतरी दर्ज की गई। तीन सप्ताह से मैदानी इलाकों में पारा सामान्य से पांच-छह, जबकि पहाड़ी इलाकों में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक अधिक है। 25 मार्च से पहले ही कई जगह पारा 35 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया, जोकि सामान्यत: 25 मार्च के बाद रिकार्ड किया जाता है।

28 मार्च 1892 को था रिकार्ड तापमान

इसके अलावा यह बीते 12 वर्षों में पहला मौका है जब पारा लगातार तीन सप्ताह तक सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा। रिकार्ड की बात करें तो दून में मार्च में सर्वाधिक तापमान का रिकार्ड 28 मार्च 1892 को 37.2 डिग्री सेल्सियस है। वहीं, ऊधमसिंह नगर में 30 मार्च 2017 को 36.9 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग की ओर से अगले तीन दिन में पारे में और इजाफा होने की आशंका जताई जा रही है। जिससे इस बार मार्च में पारे का रिकार्ड स्थापित करने के आसार हैं।

27 से 29 मार्च के बीच मौसम का यलो अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा। रविवार से मंगलवार के बीच प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में तापमान में अत्यधिक उछाल आने के आसार हैं। जिससे हिमालयी क्षेत्रों में बर्फ पिघलने और हिमस्खलन की आशंका है। वनों में आग की घटनाओं में भी इजाफा हो सकता है। इसको लेकर मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।

पिछले कुछ सालों में दून में अधिकतम तापमान

तापमान-----तिथि
36.1-------30 मार्च 2021
30.1--------31 मार्च 2020
34.6---------30 मार्च 2019
33.7----------14 मार्च, 2018
35.9----------31 मार्च 2017
34.6--------26 मार्च 2016
32.7-------26 मार्च 2015
31.2------29 मार्च 2014
31.0------24 मार्च 2013
34.0------- 30 मार्च 2012

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