Uttarnari header

uttarnari

बाबा ने भूत-प्रेत का डर दिखाकर लड़की की किशोरावस्था से शादी के बाद तक किया दुष्कर्म

उत्तर नारी डेस्क 

देवभूमि उत्तराखण्ड में भी बच्चियां सुरक्षित नहीं है। सरकार महिला सुरक्षा के तमाम दावे तो करती है लेकिन दावे के ठीक विपरीत महिलाओं के साथ यौन शोषण की घटनाएं कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं जो सरकारी दावों की पोल खोलती नजर आ रही है। आए दिन देश के कोने-कोने से महिलाओं के साथ दरिंदगी के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला प्रदेश की राजधानी देहरादून के थाना डालनवाला क्षेत्र का है। जहाँ भूत प्रेत का डर दिखाकर एक बाबा 14 साल से महिला के साथ दुष्कर्म करता आ रहा है। पीड़ित महिला ने डालनवाला कोतवाली पुलिस ने भूत-प्रेत का भय दिखाकर दुष्कर्म करने के आरोप में साधु वेषधारी व्यक्ति और उसकी पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पीड़ित महिला का आरोप है कि आरोपित किशोरावस्था से लेकर शादी होने के बाद तक उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। अब वह उसकी बेटियों पर गलत दृष्टि रख रहा है। पीड़ित महिला की तहरीर के आधार पर बाबा और उसकी पत्नी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, पीड़ित महिला ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, महिला आयोग, पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से की थी। 

पुलिस ने बताया की करनपुर निवासी पीड़िता ने तहरीर देते हुए बताया कि वह मूल रूप से हरिद्वार की रहने वाली है। उसके घर के पास ही साधु वेषधारी बाबा परमानंद पुरी उर्फ प्रवीण गुजराल भी रहता था, जिसका पीडि़ता के घर आना-जाना था। वह कई बार पीड़िता के परिवार को राशन आदि भी देता था और महिला के बीमार होने पर बाबा झाड़-फूंक करता था और भभूत देता था। जिस कारण वे लोग उसे भला व्यक्ति समझकर उसका बड़ा आदर करते थे। इसी दौरान आरोपित ने पीड़िता के स्वजन से कहा कि उसके आश्रम के पास मंदिर भी है, बच्ची को वहां भेज दिया करो। पीड़िता अक्सर मंदिर और आरोपित के आश्रम में जाने लगी। पीड़िता का आरोप है कि जब वह सन 2003 में 9वीं क्लास (14 साल) में थी तब पहली बार बाबा ने नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। जब पीड़िता को होश आया तो आरोपित ने उसे भूत-प्रेत का भय दिखाकर शांत करा दिया और धमकी दी कि इस बारे में किसी को बताया तो भूत-प्रेत उसकी जान ले लेंगे। इसके बाद वह अक्सर पीडि़ता के साथ दुष्कर्म करने लगा। इसके बाद आरोपित साल 2006 में अपना घर छोड़ हरिद्वार से देहरादून आश्रम में चला गया। यहां पीड़िता के स्वजन ने बेटी की शादी के लिए आरोपित से संपर्क किया तो उसने वर्ष 2012 में एक मंदबुद्धि युवक से उसका विवाह करा दिया। इस काम में आरोपित के साथ एक व्यक्ति और शामिल था, जिसने पीड़िता के पति को अपने पास नौकरी पर रखा हुआ था।

पीड़िता का आरोप है कि उसके पति के नाम पर गांधी रोड पर संपत्ति थी, जिसे परमानंद के साथी ने हड़पकर कौडिय़ों के भाव बेच दिया। वहीं, आरोपित बाबा परमानंद फिर से पीड़िता के साथ उसे डरा-धमकाकर दुष्कर्म करने लगा। इस दौरान महिला की दो बेटियां हुईं। मई 2021 में महिला ने बाबा को उसकी 8 और 4 साल की बेटियों के साथ अश्लील हरकतें देख लिया था। महिला ने आरोप लगाया कि एक बेटी बाबा की भी है। वह डीएनए जांच करवाने के लिए भी तैयार है। महिला का ये भी कहना है कि कई बार दवाइयां खिलाकर महिला का गर्भपात भी कराया। डालनवाला कोतवाली के इंस्पेक्टर एनके भट्ट ने बताया कि परमानंद पुरी और उसकी पत्नी पूनम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

यह भी पढ़ें - AAP ने दीपक बाली को बनाया उत्तराखण्ड का अध्यक्ष


Comments