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कोटद्वार : दो समुदायों के बीच ध्वनि प्रदूषण को लेकर छिड़ी जंग

उत्तर नारी डेस्क 

देश में धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। यह विवाद सिर्फ महाराष्‍ट्र और उत्तर प्रदेश तक ही नहीं बल्कि उत्तराखण्ड तक में भी जारी है। बता दें, पिछले कई दिनों से कोटद्वार में धार्मिक संस्थानों से लाउडस्पीकरों की आवाज को लेकर दो सम्प्रदायों के बीच जंग जारी है, जो कोटद्वार प्रशासन के लिए गले की फांसी बनी हुई है। दरअसल, कोटद्वार में हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश महामंत्री राजेश जदली व उपाध्यक्ष दीपक बजरंगी द्वारा मस्जिद से लाउडस्पीकर हटा दिए जाने की मांग की जा रही थी। उनका कहना है कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दिए जाएं नहीं तो उनके कार्यकर्ता मस्जिदों के बाहर लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाएंगे। इसके बावजूद भी मस्जिद में तीव्र ध्वनि के लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए, जिसके विरोध में हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश संगठन महामंत्री राजेश जदली ने अपने घर पर लाउडस्पीकर द्वारा हनुमान चालीसा व भजन कीर्तन का पाठ किया। वहीं, वह विशेष समुदाय द्वारा धार्मिक संस्थानों से वेवजह की ध्वनि जिससे कि पढ़ने वाले बच्चों को, बीमार लोगो को व अन्य कई व्यवधान करने को लेकर इसके विरुद्ध पिछले एक महीने से मुहिम पर है। जिसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहा है। हाईकोर्ट ने भी इस तरह के ध्वनि को रोकने के आदेश दिए है, लेकिन फिर भी कानून की अवहेलना होते देख 
हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने प्रशाशन को जगाने व कोर्ट के आदेश का पालन करने की ठान ली, जो कि अब दो सम्प्रदायों के बीच मान सम्मान की लड़ाई ठन गई है, जिसमे हिन्दू युवा वाहिनी के पदाधिकारियों को अपना खतरा महसूस होने की आशंका नजर आ रही है। जिसके चलते हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश महामंत्री राजेश जदली व उपाध्यक्ष दीपक बजरंगी ने इस संबंध में पौड़ी गढ़वाल अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने सम्प्रदाय विशेष से जानमाल की सुरक्षा के लिये पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है। 


आपको बता दें, पौड़ी गढ़वाल अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार सौंपे ज्ञापन में उन्होंने लिखा कि, मैं उत्तराखण्ड हिन्दू युवा वाहिनी का प्रदेश उपाध्यक्ष हूँ। हमारे द्वारा उत्तराखण्ड में सामाजिक कार्य को निष्पादित करने के लिये हिन्दू युवा वाहिनी संगठन का गठन किया गया है। जिसके प्रदेश दायित्वों का निर्वहन करता हूँ तथा इसी क्रम में हम लोग हिन्दु जागरण एवं नौवंश की निरन्तर सेवा के लिये कार्यरत है। हमारे द्वारा विगत काफी समय से मस्जिदों से हो रहे अनावश्यक ध्वनि प्रदूषण तथा सामाजिक तौर से बीमार एवं बच्चों को हो रही असुविधा के लिये एक मुहिम चलाई जा रही है। जिसके तहत माननीय उच्च न्यायालय द्वारा निदेर्शित ध्वनि प्रचलता का पालन नहीं होने के कारण नगर क्षेत्र में एक जन चेतना कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। जिसके कारण एक धर्म विशेष सम्प्रदाय के लोग हमारे विरोध में मुखर हो गये है तथा हमारे विरुद्ध लामबन्द होकर निकट भविष्य में मुझे व मेरे परिवार को कोई भी जानमाल एवं जान तथा अन्य किसी भी मांति की हानि पहुंचा सकते हैं। वहीं, इन लोगों का मुख्य उद्देश्य केवल हमें इस कार्य से विमुख करना है क्योंकि इनके द्वारा सामाजिक रूप से यह मान लिया गया है कि ध्वनि प्रदूषण और राजमार्ग को बाधित करना और अन्य कार्य जो भी संवैधानिक क्षेत्र में प्राप्त हो सकते हैं उसे किसी न किसी तरह से समाज को परेशान करने में प्रयोग करके सामाजिक अवरोध उत्पन्न करना और समाज में जाम की स्थिति को पैदा कर समाज पर दबाव बनाकर अपने कृत्यों को सही साबित करना और संविधान की बात करके लोगों का जीना हराम करना इनका उद्देश्य हो गया है। जिसे नहीं रोका गया तो निकट भविष्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इसी को देखते हुये जब हमारे द्वारा इस सोच के खिलाफ ये मुहिम चलाई जा रही है जिसके कारण यह हमारे कटटर विरोधी हो गये है। जिस वजह से निकट भविष्य में इनसे हमें किसी भी प्रकार का कोई भी खतरा उत्पन्न हो सकता है। इसीलिये में यह सूचना माननीय महोदय की सेवा में प्रेषित कर रहा हूं कि निकट भविष्य में कभी भी ऐसी कोई घटना जिसमें मेरे परिवार की जान एवं जानमाल की घटना अगर मेरे साथ या मेरे परिवार के साथ या मेरे किसी मित्र के साथ घटित होती है तो इसके लिये यह वर्ग विशेष ही जिम्मेदार होगा। सूचना महोदय की सेवा में प्रेषित अतः उपरोक्त विषय में सूचना प्राप्त कर आवश्यक कानूनन कार्यवाही करते हुये मुझे व मेरे परिवार को पुलिस सुरक्षा निगरानी उपलब्ध कराने की कृपा करें।

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