उत्तर नारी डेस्क

काठगोदाम निवासी पंकज खत्री ने पुलिस को दी तहरीर देते हुए बताया कि प्रत्येक मंगलवार व शनिवार को शीशमहल स्थित शिव मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ कराया जाता है। शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ कर घर लौट रहे बजरंग दल कार्यकर्ता रक्षित, देव व मानस हनुमान गढ़ी के पास गन्ने का जूस पीने के लिए रुक गए थे। इसी बीच शाम करीब 6:30 बजे वहां दूसरे समुदाय के लोग करीब 6-7 बाइकों से बड़ी संख्या में हाथ में तमंचे लेकर पहुंच गए और तीनों युवकों के गले में भगवा गमछा पड़ा देख बजरंग दल का सदस्य होने के बारे में पूछा और अचानक हमला कर दिया। जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। वहीं, जब युवकों ने इसका विरोध किया तो दूसरे पक्ष ने पथराव शुरू कर दिया। शोर सुनकर बस्ती के लोग वहां जुटे और हमलावरों में से तीन को पकड़ लिया। जबकि और हमलावर वहां से भाग गए। आरोप है कि समुदाय विशेष के एक युवक ने किसी को फोन किया और कुछ ही देर में 50-60 लोग शीशमहल चौराहे पर पहुंचे और पथराव शुरू कर दिया। हथियारों से लैस भीड़ ने अपने दो साथियों को छुड़वाया और दूसरे पक्ष की ओर से पथराव होने पर तमंचा लहराते हुए फरार हो गए। एक आरोपित को भीड़ ने पुलिस के हवाले कर दिया।
इधर, मारपीट, पथराव की सूचना पर हिंदूवादी संगठन एकजुट होकर काठगोदाम थाने में पहुंच गए। आरोपितों पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया गया। रात में थाने पहुंचे मेयर डॉ.जोगेंद्र रौतेला ने थानाध्यक्ष और वहां मौजूद लोगों से घटनाक्रम की जानकारी ली। विवाद की सूचना पर सीओ भूपेंद्र सिंह धोनी और वनभूलपुरा के थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी भी थाना काठगोदाम पहुंच गए। सीओ धोनी, एसओ काठगोदाम पाठक व एसओ वनभूलपुरा भाकुनी ने किसी तरह लोगों को समझाकर शांत किया। थाने में करीब तीन घंटे चले हंगामे के बाद रात करीब 11 बजे लोग लौट गए। वहीं, मेयर ने रविवार को शीशमहल में इस घटना को लेकर पंचायत आयोजित करने का फैसला लिया है। मेयर ने दावा किया कि ये हंगामा थाना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है। एसओ ने बताया तीन आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहे हैं। इसके बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
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