उत्तर नारी डेस्क
सच्चे मन से यात्रा पर आओ तो बाबा आपकी मदद जरूर कर देते हैं। और सच्चे भाव से ड्यूटी करो तो बाबा आपको मदद करने का मौका अवश्य देते हैं। जी यहां पर ये बात इस लिए कहनी पड़ रही है कि श्री लक्ष्मण गिरि निवासी कच्छ, जिला भुज, गुजरात जो कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा पर आये हुए थे। इनका मोबाइल न जाने कहां खो गया था। संयोग से खोया हुआ मोबाइल किसी ईमानदार वाहन चालक को मिला, उसने सोचा कि ये मोबाइल मिल तो गया है, मैं इसके वास्तविक मालिक तक कैसे पहुंचूं? इनके द्वारा यह फोन वर्तमान समय में सोनप्रयाग में ड्यूटीरत आरक्षी गुड्डू को दे दिया।
देखिये न ये श्रद्धालु सच्चे भाव से आये होंगे तो इनका जो नुकसान होना था वह बाबा ने टाल दिया। और अपने कर्तव्य को सर्वोपरि मानने वाले आरक्षी गुड्डू को जरिय बना दिया इन श्रद्धालु का मोबाइल वापस लौटाने का। वाहन चालक द्वारा आरक्षी गुड्डू को फोन सुपुर्द करने के उपरान्त इनके द्वारा इस मोबाइल में मिले कुछ सम्पर्क नम्बरों पर बात की गयी तो सौभाग्य से इनके ही ग्रुप में आये सहयात्री से बात हुई, गुड्डू द्वारा इनको सोनप्रयाग स्थित बैरियर पर आने को कहा गया, जहां पर इन यात्री का मोबाइल फोन इनके सुपुर्द किया गया। इन यात्री द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस परिवार सहित उस ईमानदार वाहन चालक को भी धन्यवाद ज्ञापित किया गया, जिनकी वजह से आज उनका मोबाइल फोन सकुशल इनके हाथ लग पाया है।
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