उत्तर नारी डेस्क

बता दें, अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव 'उन्मेष' कार्यक्रम में भारत समेत 15 देशों के लेखक, कवि और कलाकारों के प्रतिनिधित्व में विभिन्न साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत एक कार्यक्रम में ख्याति प्राप्त लेखकों ने भी अपनी रचनाओं का पाठ किया और उन्हें वाहवाही मिली। लेकिन जब हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से प्रो मंजुला राणा ने अपनी कहानी 'उजास कहां है' का पाठ किया तो सभी मंत्रमुग्ध हो गये।
गौरतलब है कि उजास कहानी उत्तराखण्ड के एक दर्द को जोड़ती है जो पालयन की वजह से सैंकड़ों परिवारों को झेलना पड़ रहा है। ‘उजास कहां है’ में पर्वतीय क्षेत्र में रहने वाली एक मां को दिखाया गया है, जो पलायन कर चुके अपने बेटे के इंतजार में है। इस कहानी पर जल्द ही फिल्म बनने जा रही है।
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