उत्तर नारी डेस्क
आपने अक्सर स्कूल कॉलेज में नक़ल करते पाए गए छात्रों के बारे में सुना या पढ़ा होगा। जो अपनी गलती मानते हैं या गलती की माफ़ी मांग लेते हैं। परन्तु इस बार कुछ अलग ही मामला प्रकाश में आया है। जहां बुधवार सुबह की पाली में बीए राजनीति विज्ञान की परीक्षा देने आए छात्र को पर्ची के साथ पकड़ा गया। जब नकल लेकर आये छात्र को पकड़ा गया तो पकड़े जाने पर छात्र बोला कि ' मैं धामी जी का पड़ोसी हूं 'समझ लेना।
आपको बता दें कुमाऊं के सबसे बड़े एमबीपीजी कॉलेज में नकल लेकर आए एक परीक्षार्थी को शिक्षकों ने जब गेट पर नकल के साथ पकड़ लिया तो छात्र पकड़े जाने पर शिक्षकों पर ही उल्टा दबाव बनाने का प्रयास कर भड़क गया और रौब दिखाते हुए बोला, ' मैं धामी जी का पड़ोसी हूं '। जिस पर शिक्षक दबाव में नहीं आए और उन्होंने छात्र को पकड़ जमकर फटकार लगाई और नकल जब्त कर उसे परीक्षा कक्ष में भेजा गया। जो कि दिनभर कॉलेज में चर्चा का विषय बना रहा।
वहीं शिक्षक इस बात का अंदाजा लगाते रहे कि छात्र आखिर कौन से धामी जी का पड़ोसी है। शिक्षकों ने नकल लाने वाले छात्र पर परीक्षा के दौरान कड़ी नजर भी रखी। दो घंटे की परीक्षा के बाद संबंधित छात्र परीक्षा नियंत्रण कक्ष में धमका। वहां चीफ प्रॉक्टर डॉ. संजय खत्री से बहस शुरू कर दी। फिर से धामी जी का पड़ोसी होने की बात कहते हुए शिक्षकों को धमकाने लगा। शिक्षकों ने संबंधित छात्र से धामी जी का पूरा नाम पूछा, लेकिन उसने कोई नाम नहीं बताया। उलटा शिक्षकों पर गेट पर अभद्रता करने का आरोप लगाने लगा।
वहीं इस संबंध में परीक्षा प्रभारी डॉ. महेश कुमार ने बताया कि गेट पर चेकिंग के दौरान छात्र की कमीज की आस्तीन में किताब के चार पेज मिले थे। नकल पकड़े जाने पर छात्र ने शिक्षकों पर दबाव बनाने की कोशिश की थी। डॉ. महेश ने कहा कि कॉलेज में नकल रोकने के लिए टीमें काफी सख्ती से काम कर रही हैं। कई विद्यार्थियों द्वारा बुधवार को भी कपड़ों के अन्दर मोबाइल छुपाकर लाने की कोशिश की जा रही थी। ऐसे विद्यार्थियों को गेट पर ही पकड़ा गया।