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उत्तराखण्ड का फुटबॉल प्लेयर हेमराज होने लगा है वायरल, जानें वजह

उत्तर नारी डेस्क

उत्तराखण्ड में न तो होनहार युवाओं की कमी है और न ही हुनर की। बस जरूरत है तो उनके इस हुनर को निखारने की और उन्हें सही मंच प्रदान करने की। जिससे वो अपने हुनर का शानदार प्रदर्शन कर सके। अब इस बीच उत्तराखण्ड के पिथौरागढ़ जिले से मुनस्यारी के हेमराज जौहरी नाम का युवा फुटबॉल खिलाड़ी इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहा है। जिस ने अपनी कॉर्नर किक से लोगों को दीवाना बना दिया है।

बता दें पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में इन दिनों जोहार क्लब में फुटबॉल टूर्नामेंट चल रहा है, जहां हेमराज ने एक किक से ऐसा कमाल कर दिया है कि उनके वीडियो को बड़े बड़े फुटबॉल क्लब द्वारा भी शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में  हेमराज जौहरी ने अपनी कॉर्नर किक से लोगों को दीवाना बना रहे है। कोई उन्हें स्पेनिश प्लेयर जॉन माटा कह रहा है तो कोई रोनाल्डो।

उत्तराखण्ड के मुनस्यारी के एक दूरदराज से गांव के साढ़े 15 साल के लड़के हेमराज जोहरी का कॉर्नर किक तो सभी ने देखा लेकिन इस अविश्वनसीय गोल के दूसरी तरफ का संघर्ष भी कुछ कम नहीं है। यह संघर्ष का सफर उस सीमांत गांव से शुरू होता है, जहां हेमराज रहते हैं। जहां आज तक सड़क नहीं पहुंची है। जहां फुटबॉल के मैदान की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। हेमराज अपने इस गोल को कर पाने के पीछे जीवट और संघर्ष की कहानी बताते हुए कहते हैं कि हेमराज की चार बहनें हैं। पूरी जिम्मेदारी उनके पिता पर ही है। पिता टेलरिंग का काम करते हैं। जिससे उनका और उनके पूरे परिवार का भरण पोषण होता है। 

हेमराज बताते है कि मेरे गांव तक न तो रोड है। ना ही कोई ग्राउंड है। मैं जब 11 साल का था, तो पहली बार मुनस्यारी आया। मैंने यहां बच्चों को खेलते हुए देखा। मैं जब पहली बार ग्राउंड में उतरा तो मेरे पास जूते-वूते भी नहीं थे। मैंने नंगे पैर खेलना स्टार्ट कर दिया। फिर बाद मैं मैंने मुनस्यारी बॉयज नाम के क्लब को जॉइन किया। उन्होने मुझे फुटबॉल शूज वगैरह दिए और फिर मैंने खेलना स्टार्ट किया। मेरा पापा का सपना है कि मैं इंटरनैशनल फुटबॉलर बनूं। परन्तु हमारे पास इतने पैसे तो नहीं हैं कि हम आगे खेल पाएं। यूँ तो वजन घटाने के लिए दुनिया परेशान है, लेकिन हेमराज जब घर लौटते हैं, तो जरूरी डाइट पर उनका मन मर जाता हैं। क्यूंकि पिता की जेब इसकी इजाजत नहीं देती। जब मुनस्यारी से वह अपने गांव से देहरादून के स्पोर्ट्स कॉलेज के लिए निकलते हैं, तो किराए के लिए भी पिता को उधार कर पैसों का जुगाड़ करना पड़ जाता है। हेम राज कहते हैं कि मेरा सपना है कि मैं अच्छे लेवल पर खेलूं और इंटरनैशनल लेवल पर जाकर खेलूं। जिसके लिए वह मेहनत कर रहे हैं।

वहीं, उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर हेमराज के गोल की तारीफ करते हुए लिखा, ‘उत्तराखण्ड में युवा प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। सीमांत क्षेत्र मुन्स्यारी के हेमराज जौहरी इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। राज्य सरकार नयी खेल नीति के माध्यम से ऐसे प्रतिभावान युवाओं को उचित मंच प्रदान करने का काम कर रही है। मैं हेमराज के उज्ज्वल भविष्य हेतु ढेरों शुभकामनाएं देता हूं।’

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