उत्तर नारी डेस्क
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. पुष्पा नेगी ने यह सन्देश प्रेषित किया है कि श्री देव सुमन को टिहरी रियासत और अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ जनक्रांति कर अपने प्राणों का बलिदान करने के लिए याद किया जाता है और इनके बलिदान दिवस को उत्तराखण्ड राज्य में सुमन दिवस के रूप में मनाया जाता है हमें सुमन दिवस के दिन सृजनात्मक कार्य करके उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि देनी चाहिए।
इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य डॉ० लक्ष्मी दत्त गार्ग्य ने श्रीदेव सुमन की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अमर शहीद श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड की धरती के एक ऐसे महान अमर बलिदानी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सपूत का नाम है, जो एक लेखक, पत्रकार और जननायक ही नहीं, बल्कि टिहरी की ऐतिहासिक जनक्रांति के भी महानायक थे।
वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ० दलीप सिंह बिष्ट ने भी श्रीदेव सुमन का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अपने समय की कठिन परिस्थितियों में लोकशाही के लिए संघर्ष करते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया। अमर शहीद श्रीदेव सुमन सदैव हमारे हृदय में महानायक के रूप में विराजमान रहेंगे तथा भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉ जितेन्द्र सिंह के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ० निधि छाबड़ा, कार्यक्रम अधिकारी डॉ० कृष्णा राणा एवं डॉ० शशिबाला रावत सहित महाविद्यालय के समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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