उत्तर नारी डेस्क
बरसात की संभावना को देखते हुए तहसील प्रशासन मुस्तैद हो गया है। बुधवार को तहसीलदार सुरेश चन्द्र बुढलाकोटी ने बाढ़ राहत चौकियों का निरीक्षण कर वहां तैनात कर्मचारियों को सतर्क रहने की हिदायत दी। इसके बाद उन्होंने गोला नदी पहुंचकर जलस्तर की जानकारी ली।
पर्वतीय क्षेत्र में कई दिनों से भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने मैदानी क्षेत्र में भी अगले तीन दिन में भारी बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में किच्छा तहसील प्रशासन ने बाढ़ आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्यों की तैयारी शुरू कर दी है। बुधवार को खामियां नंबर में स्थापित आपदा राहत चौकी का आकस्मिक निरीक्षण किया, जलस्तर की निगरानी रखने और तहसील मुख्यालय पर बने आपदा कंट्रोल को हर दो घंटे बाद स्थिति की सूचना अपडेट कराने के आदेश दिए।
साथ ही तहसीलदार ने आसपास के गांवों के जिम्मेदार लोगों से संपर्क बनाए रखने की हिदायत भी चौकी पर तैनात कर्मचारियों को दी। तहसीलदार किच्छा सुरेश चन्द्र बुढलाकोटी ने बताया कि गोला नदी का जल स्तर चेतावनी के निशान से काफी नीचे बह रहा है। अभी क्षेत्र में कहीं भी खतरे की संभावना नहीं है। फिर भी राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। इस मौके पर बरसात की संभावना को देखते हुए तहसील प्रशासन मुस्तैद हो गया है। बुधवार को तहसीलदार ने बाढ़ राहत चौकियों का निरीक्षण कर वहां तैनात कर्मचारियों को सतर्क रहने की हिदायत दी। इसके बाद उन्होंने गोला नदी पहुंचकर जलस्तर की जानकारी ली।
तहसीलदार किच्छा ने बताया कि गोला नदी का जल स्तर चेतावनी के निशान से काफी नीचे बह रहा है। अभी क्षेत्र में कहीं भी खतरे की संभावना नहीं है। फिर भी राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। इस मौके पर तहसीलदार किच्छा सुरेश चन्द्र बुढलाकोटी, राजस्व निरीक्षक, धनेश शर्मा, राजस्व उप निरीक्षक, दीपक सिंह, आदि मौजूद थे।
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