उत्तर नारी डेस्क
अग्निवीर-अग्निपथ योजना के तहत उत्तराखण्ड के कोटद्वार में 19 से 29 सितंबर तक सेना की भर्ती चल रही है। जिसके लिए कई युवा दूरस्थ स्थानों से कोटद्वार पहुंच रहे हैं। परन्तु अग्निवीर-अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया शुरू होते ही विवादों के बीच घिरना शुरू हो गई है। तमाम युवा सोशल मीडिया पर कहीं हाईट, तो कहीं दौड़ को लेकर अपनी बात रख रहे हैं और युवा निराश होकर अपने घर लौट रहे हैं। वहीं अब इस बीच पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने इस मामले का संज्ञान लेकर अग्निवीर भर्ती के मानकों पर सवाल उठाते हुए जांच कराने की मांग की है।
बकौल महाराज, कोटद्वार में जारी भर्ती में शामिल युवाओं ने उनके सामने इन मुद्दों को रखा है।
महाराज के सवाल…..
1- अग्निवीर भर्ती में 300 युवाओं को एक साथ दौड़ाया जा रहा है और उनमें से बामुश्किल आठ या दस को चुना जाता है। जबकि शारारिक परीक्षा में पहले 300 में से औसतन 60 अभ्यर्थियों का चयन किया जाता था।
2- दौड़ का समय भी जांच के योग्य है। 1600 मीटर की दौड़ पूरी करने के 5.40 मिनट का समय तय है। लेकिन चयन के दौरान दौड़ को पांच मिनट में ही खत्म कर दिया जा रहा है।
3- उत्तराखण्ड के युवाओं को लंबाई में छूट है। 163 सेंटीमीटर की लंबाई वाले युवा सेना में भर्ती के पात्र होते हैं। जबकि अग्निवीर में हाईट का पैमाना 170 सेंटीमीटर रखा गया है।
महाराज ने कहा कि युवाओं के भविष्य से जुड़ा विषय होने की वजह से इसकी जांच होना जरूरी है। महाराज ने कहा कि इन विसंगतियों के चलते उत्तराखण्ड के बच्चे निराश होकर अपने घर लौट रहे हैं। यह ठीक नहीं है।
बता दें मंत्री सतपाल महाराज ने कोटद्वार में चल रहे अग्निवीर भर्ती में प्रदेश के युवाओं को हो रही व्यावहारिक कठिनाइयों का संज्ञान लेते हुए रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से दूरभाष पर वार्ता कर इसकी जांच किये जाने का अनुरोध किया है। साथ ही सतपाल महाराज ने तमाम युवाओं को आश्वासन दिया है कि सरकार उनके साथ है। उनके साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा।
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