उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में एक बार फिर लोग दहशत में जीने को मजबूर हो रहे हैं। आपको बता दें, चमोली जिले के जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव से लोगों के घरों में पिछले दिनों पड़ी दरारें बढ़ती जा रही हैं। जोशीमठ नगर के इलाके में घरों के अलावा सड़क पर दरारें पड़ गईं हैं। जगह जगह जमीन से पानी की धाराएं निकलने की घटनाएं हो रही हैं। जिसके बाद जोशीमठ नगर क्षेत्र में लगातार हो रहे भू धसांव के दृष्टिगत जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक चमोली प्रमेन्द्र डोबाल के संयुक्त निर्देशन में आज अपर जिलाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक चमोली व भू वैज्ञानिकों की टीम, एसडीआरएफ, फायर सर्विस व स्थानीय पुलिस द्वारा मारवाडी, मनोहर बाग तथा सिंहधार वार्ड स्थित घरों और जमीन का भौतिक निरीक्षण किया और किसी भी दैवीय/प्राकृतिक आपदा से निपटने व तैयार रहने हेतु निर्देशित किया गया साथ ही स्थानीय लोगो से वार्ता कर हरसंभव मदद का भरोसा दिया गया।
तत्पश्चात पुलिस उपाधीक्षक चमोली प्रमोद कुमार शाह द्वारा कोतवाली जोशीमठ में थाना पुलिस व एसडीआरएफ के जवानों को ब्रीफ करते हुए किसी भी प्रकार की आपदा के दृष्टिगत आपदा उपकरणों की देख-रेख कर तैयारी हालत में रखने व पुलिस बल को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए गए।
बताते चलें, जिन मकानों में दरारें पड़ चुकी हैं वहां रहने वाले लोग अपना घर छोड़कर खुले आसमान के नीचे कड़ाके की ठंड में रातें गुजारने को मजबूर हैं। जोशीमठ में बढ़ते भूस्खलन को देखते हुए 21 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है। वहीं, 16 परिवारों को नगर पालिका जोशीमठ और एक परिवार को जोशीमठ विकासखंड में और 4 परिवारों को प्राथमिक विद्यालय मारवाड़ी में शिफ्ट किया गया है।