उत्तर नारी डेस्क
-इस संबंध में जाँच उपरान्त दोषियों के विरुद्ध कड़ी एवं निष्पक्ष कार्यवाही की जाएगी। ग़लत व फर्जी साक्ष्य प्रस्तुत करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही भी की जाएगी।
-बिना किसी ठोस साक्ष्यों/जानकारी के सोशल मीडिया पर किसी भी भ्रामक सूचना, अनर्गल टिप्पणी, अपुष्ट खबरों को शेयर करना इत्यादि किसी भी प्रकार से 'वैधानिक रूप से' उचित नहीं है।
-इस संबंध में ऐसे भ्रामक प्रचार-प्रसार करने वाले लोगो को जो कानून व शांति व्यवस्था को भंग करने की कोशिश करते हैं ऐसे व्यक्तियों पर वैधानिक कार्यवाही भी अमल में लाई जाएगी।
-सभी से सहयोगात्मक अपील की जाती है कि 'बिना पुष्ट तथ्यों के', किसी भी सूचना का, किसी भी रूप में संप्रेषण न करें साथ ही प्रामाणिक व आधिकारिक सूचना को ही प्रसारित करें तथा भ्रामक सूचनाओं के प्रसारण से बचें।
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