उत्तर नारी डेस्क
खूबसूरत लंबे, घने बाल किसी भी महिला का एक आभूषण है। वर्षों से सहेजकर, संभालकर किसी महिला ने बालों को पाला हो, जो उसकी सुंदरता की पहचान हो और फिर उन्हें परोपकार के लिए बालों को काटकर दान कर दिया जाए, तो निश्चित रूप से यह त्याग अत्यंत प्रेरणास्पद और अनुकरणीय है। गढ़वाल केंद्रीय विवि में एमए हिंदी में पढ़ने वाली रीना शाही ने कैंसर पीड़ितों की सहायता के लिए अपने 15 इंच से लंबे बाल दान कर दिए हैं। रीना के इस नेक फैसले में जहाँ परिजन उनके साथ खड़े हैं, वहीं रीना की सहेलियां भी इस कार्य से बेहद खुश हैं और जमकर सराहना कर रही है।
बता दें, रीना शाही पिथौरागढ़ जिले के ग्राम चामी भैंस्कोट की निवासी हैं। रीना ने हाईस्कूल की पढ़ाई अपने गांव चामी भैंस्कोट से की और इंटरमीडिएट मोहन लाल शाह बालिका विद्या मंदिर नैनीताल से की है। रीना ने ग्रेजुएशन (BCA) DBIT तथा मास्टर्स (MCA) ग्राफ़िक एरा से किया है। इसके बाद रीना ने 5 साल दिल्ली, बैंगलुरू और दुबई में जॉब की और अब वापस से कॉलेज ज्वाइन कर लिया है। अभी रीना गढ़वाल केंद्रीय विवि से एमए हिंदी कर रही हैं। वहीं, अब उनका परिवार कई सालों से देहरादून के गजियावाला में रह रहा है। उनके पिता चंद्रभानु सिंह शाही एक अध्यापक हैं। रीना के दो भाई हैं जो उन्हें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहते हैं।
कैंसर पीड़ितों के बाल उड़ जाते है-
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझना अपने आप में एक बड़ी लड़ाई है। कैंसर के ईलाज में दी जाने वाली कीमोथेरेपी से अक्सर कैंसर पीड़ित मरीजों के बाल झड़ जाते हैं। ऐसे में मरीज को अपने खूबसूरत बाल खोने का काफी दर्द होता है और उनके मन में आत्मविश्वास की कमी आने लगती है। ऐसे में कुछ महिलाएं और युवतियां विग लगाने लगती हैं। कैंसर सर्वाइवल के लिए विग मुंबई और केरल के कैंसर चिकित्सा हॉस्पिटलों की निगरानी में तैयार किए जाते हैं। वहीं, महत्वपूर्ण बात ये है कि इस तरह की विग बनाने के लिए 12 इंच से लंबे बाल चाहिए होते हैं।
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