उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड से एक मामला सामने आया है। जहां लड़की वाले और दुल्हन सज धज कर घर पर बारात आने का इंतजार कर रहे थे। शादी की सारी तैयारियां पूरी की जा चुकी थी। लेकिन दूल्हा बारात लेकर नहीं पहुंचा। जानकारी अनुसार, बनभूलपुरा निवासी एक युवक ने आइजी को बताया कि उसकी बड़ी बहन का निकाह एक मार्च को चमोली जिले के देवराड़ा थराली निवासी समीर के साथ होना था। 22 अगस्त को दोनों के सगाई की रस्म पूरी हुई थी। तभी निकाह की तिथि एक मार्च 2023 को तय हुई। निकाह के लिए सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी थी। अब तक निकाह के लिए 3.86 लाख रुपये खर्च हो गए हैं। नवंबर 2022 में दूल्हे के पिता ने दहेज में कार की डिमांड की। मांग पूरा नहीं करने पर बहन की कार की किस्तें जमा करने का दबाव बनाया। इसके बाद भी दोनों पक्षों के बीच फोन पर बात होती रही। दूल्हे पक्ष ने निकाह नहीं करने की बात कही, लेकिन उन्हें यह मजाक लगा।
फरवरी में स्वजन बहन के निकाह की तैयारी में लग गया था। एक मार्च को दुल्हन पक्ष के नाते रिश्तेदार बैंक्वेट हाल में पहुंच गए और बरात की तैयारियां पूरी कर लीं। लेकिन दूल्हा बारत लेकर नहीं पहुंचा। इसकी वजह दहेज में कार नहीं मिलना बताया जा रहा है। जिस पर आइजी डा. नीलेश आनंद भरणे के आदेश पर पुलिस ने दूल्हे समेत पांच लोगों पर प्राथमिकी कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी ने बताया कि होने वाले दूल्हे समीर, उसके पिता नसीर अहमद, मां गुड़िया, बहन सेहरीन व भाई आरिस पर दहेज उत्पीड़न व धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
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