उत्तर नारी डेस्क
पौड़ी गढ़वाल जिले के एक गांव में बाघ की दहशत मच गई है। गांव में एक हफ्ते में आदमखोर बाघ के हमले की दूसरी घटना के बाद से लोग अपने घरों में दुबक गए हैं और अपने जानवरों को भी अंदर ही रख रहे हैं। नैनीडांडा ब्लॉक के सिमली गांव में बाघ ने एक सेवानिवृत्त शिक्षक को निवाला बना दिया। घटना के वक्त 72 वर्षीय रणवीर सिंह गांव में अकेले थे। पत्नी बच्चों के पास देहरादून गई थी। इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है। साथ ही स्थानीय लोगों में वन विभाग के प्रति आक्रोश है।
जानकारी के अनुसार, शिक्षक रणवीर सिंह रात को शौच करने के लिए घर से बाहर निकले थे। सुबह घर से करीब 50 मीटर दूर गदेरे में उनका अधखाया शव मिला। गांव कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग से सटा हुआ है। वही, बीते गुरुवार शाम को लड्वासैंण गांव में 66 साल के वीरेंद्र सिंह को बाघ ने मार डाला था। ऐसे में गांव के लोगों का कहना है कि जंगल से लोगों का पीछा करके बाघ लोगों के घरों तक आ जा रहे हैं। वन विभाग की टीमें और पुलिस इलाके में सक्रिय हैं लेकिन अभी तक इन बाघों को पकड़ा नहीं जा सका है।
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