उत्तर नारी डेस्क
कहते हैं जिसको फ्रॉड करना होता है वो भगवान के नाम को भी नहीं बख्शते हैं। ऐसे में ठगों ने श्रद्धालुओं से ठगी करने का नया तरीका ढूंढ़ निकाला है। इसके लिए उन्होंने बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद मंदिरों में चंदा मांगने के लिए क्यूआर कोड लगा दिए। जिसको लेकर बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर कमेटी ने रविवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि ये स्कैनर कमेटी ने नहीं लगवाए हैं। कुछ ही देर बाद इन क्यूआर कोड के बोर्ड्स को हटा लिया गया।
बता दें, कल 2 मई को श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मन्दिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा कोतवाली श्री बद्रीनाथ पर आकर तहरीर दी कि दिनांक 28.04.23 को किन्हीं अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा बिना मन्दिर प्रशासन की अनुमति के मन्दिर परिसर के सिंह द्वार व निकासी गेट पर क्यू0आर कोड के माध्यम से दान प्राप्ति हेतु बोर्ड लगाये गये। जिसकी जानकारी होने पर मन्दिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा तत्काल उक्त बोर्ड हटा लिए गए है। इस तरह बिना मन्दिर समिति की अनुमति के लगाये गये संदिग्ध बोर्ड की सूचना को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक चमोली प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा प्रभारी निरीक्षक कोतवाली बद्रीनाथ को तत्काल अभियोग पंजीकृत कर जांच करने के आदेश दिए गए।
वादी अनिल ध्यानी प्रभारी अधिकारी बद्रीनाथ मन्दिर समिति द्वारा दाखिला तहरीर के आधार पर कोतवाली श्री बद्रीनाथ में मु0अ0सं0 01/2023 धारा 420 भा0द0वि0 बनाम अज्ञात अभियोग पंजीकृत किया गया। जिसकी विवेचना वरिष्ठ उपनिरीक्षक लक्ष्मी प्रसाद बिज्लवाण द्वारा सम्पादित की जा रही है।
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