उत्तर नारी डेस्क
यह किसी से छिपा नहीं है कि राष्ट्रीय पशु बाघ के संरक्षण में उत्तराखण्ड महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। वर्ष 2018 की गणना के अनुसार यहां बाघों की संख्या 442 है। कार्बेट टाइगर रिजर्व तो बाघों का प्रमुख घर है। बदली परिस्थितियों में बाघों ने नए आशियाने बनाए हैं, जो यह दर्शाता है कि बाघों के लिए यहां बेहतर वास स्थल है।
इस बीच पिछले पांच माह के दौरान कार्बेट टाइगर रिजर्व समेत विभिन्न क्षेत्रों में बाघों की मौत से कई तरह के प्रश्न भी उठने लगे हैं। इस सबको देखते हुए सरकार बाघों की मौत के मामले की गहनता से पड़ताल करा रही है। बाघों की हो रही मौत पर सरकार भी चिंतित है। खुद सीएम धामी ने इस मामले पर नजर बनाई हुई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है, परीक्षण कराया जा रहा है। जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।
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